White House Bunker : अमेरिका का 47वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कार्यकाल शुरू हो गया है. 20 जनवरी 2025 को शपथ लेने के बाद से नए प्रेसीडेंट का ठिकाना व्हाइट हाउस (White House) है. चार साल तक ट्रंप अपनी फैमिली के साथ यहीं रहेंगे. उनसे पहले अमेरिका के 45 राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में रह चुके हैं.


इस घर को दुनिया में सबसे सुरक्षित माना जाता है. जहां बुलेटप्रूफ खिड़किया-दीवारें, एंटी मिसाइल सिस्टम और न्यूक्लियर अटैक से बचाने के लिए खुफिया बंकर हैं. दावा है कि इस बंकर में किसी भी हमले का असर नहीं होता है. किसी भी इमरजेंसी सिचुएशन में प्रेसीडेंट को इसी में रहने के लिए ले जाया जाता है. आइए जानते हैं व्हाइट हाउस के इस खुफिया बंकर की एक-एक बात...




व्हाइट हाउस किसने बनवाया था




13 अक्टूबर 1792 को जार्ज वॉशिंगटन ने व्हाइट हाउस की आधारशिला रखी. इसे बनाने में 8 साल और 2.33 लाख डॉलर खर्च हुए. तब इसमें तीन फ्लोर और 100 से ज्यादा कमरे थे. हालांकि, वॉशिंगटन बतौर राष्ट्रपति इसमें कभी रहे नहीं. अमेरिका के दूसरे प्रेसीडेंट जॉन एडम्स अपनी पत्नी के साथ 1 नवंबर, 1800 को व्हाइट हाउस के पहले निवासी बने. 1814 में ब्रिटिशर्स ने व्हाइट हाउस को जला दिया. 1815 में जेम्स होबन ने प्रेसीडेंट हाउस को दोबारा से बनवाने का काम किया और 1817 में जेम्स मैडिसन फिर से इसमें रहने आए. 1901 में तत्कालीन राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट ने इसका नाम व्हाइट हाउस रखा.




व्हाइट हाउस कितना बड़ा है




व्हाइट हाउस कॉम्प्लेक्स का क्षेत्रफल 8 एकड़ है. इसका फ्लोर एरिया 55 हजार वर्ग फीट है. मेन बिल्डिंग में 8 फ्लोर, 8 सीढ़ियां और तीन लिफ्ट हैं. इसकी दो मंजिलें बेसमेंट में है. इसमें 132 कमरे, 32 बाथरूम, 412 दरवाजे और 147 खिड़कियां हैं.  प्रेसिडेंट हाउस, प्रेसिडेंट पैलेस और एक्जीक्यूटिव मेंशन नाम से भी इसे जाना जाता है. व्हाइट हाउस में परिंदा भी पर नहीं मार सकता है. एक कोने का तापमान भी बदल जाए तो रिकॉर्ड हो जाता है.




व्हाइट हाउस में दो सुरंगे




दावा किया जाता है कि व्हाइट हाउस में दो सुरंगे भी हैं. एक सुरंग ट्रेजरी बिल्डिंग की ओर जाती है और HW स्ट्रीट पर निकलती है. जबकि दूसरी सुरंग साउथ लॉन में निकलती है, जहां से राष्ट्रपति अपने हेलिकॉप्टर तक पहुंच सकते हैं.




व्हाइट हाउस में खुफिया बंकर कहां है




व्हाइट हाउस के तीन हिस्से हैं. प्रेसीडेंट रेसिडेंस, वेस्ट विंग और ईस्ट विंग. ईस्ट विंग में फर्स्ट लेडी के ऑफिस के नीचे ही राष्ट्रपति का खुफिया बंकर है. यह विंग दो मंजिला है. इसकी सबसे कम जानकारी पब्लिक डोमेन में हैं. सेकेंड वर्ल्ड वॉर के दौरान 32वें राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट ने सेफ्टी के लिए एक खुफिया बंकर बनवाया था. ये ईस्ट विंग के नीचे अंडरग्राउंड है. इस खुफिया बंकर का नाम प्रेसिडेंशियल इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (PEOC). किसी भी खतरे या आतंकी हमले के दौरान प्रेसीडेंट, उनकी फैमिली और कैबिनेट मेंबर्स को इसी में सुरक्षित किया जाता है. 




व्हाइट हाउस का बंकर कितना सुरक्षित




यह सिक्योर और हाईटेक कमांड सेंटर के तौर पर काम करता है. इसमें देश से कम्यूनिकेट करने के लिए मॉर्डन कम्यूनिकेशन इक्विपमेंट्स हैं. PEOC कॉन्क्रीट और स्टील की मोटी दीवार से बना है. यह छोटे न्यूक्लियर अटैक, मिसाइल, रेडिएशन, केमिकल, बम विस्फोट, मिसाइल अटैक झेल सकता है.


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