दुनिया के बेहद अजीब पेड़, कोई अपनी जगह से खिसक जाता, तो किसी पेड़ के फल बम की तरफ फटते
दुनियाभर में लाखों प्रजाति के पेड़-पौधे पाए जाते हैं. लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे पेड़ों के बारे में बताएंगे, जो कई रहस्यों से भरी हुई है. जानिए ये पौधा किन देशो में कहां पाया जाता है.
दुनियाभर में लाखों प्रजाति के पेड़-पौधे पाए जाते हैं. इन सभी पेड़-पौधों की अपनी अलग-अलग खासियत होती है. कुछ पेड़ मेडिकल साइंस, औषधी, फल के लिए जाने जाते हैं, तो कुछ पेड़ अपने विचित्र बनावट के कारण जाने जाते हैं. लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे पेड़ के बारे में बताने वाले हैं, जिन्हें सबसे अजीबोगरीब पेड़ कहा जाता है. जानिए आखिर कहां पर ये पेड़ पाए जाते हैं.
रहस्यमयी पेड़
दुनियाभर में कई अजीबोगरीब चीजें हैं, जिन पर विश्वास करना इंसानों के लिए मुश्किल होता है. आपने अब तक कई रहस्यमयी किले, झरने, नदियों और जगहों के बारे में सुना होगा, लेकिन आज हम आपको दुनियाभर के अजीबोगरीब पेड़ों के बारे में बताएंगे. सबसे पहले वॉकिंग पाम पेड़ के बारे में जानते हैं. बता दें कि यह पेड़ अमूमन दक्षिण अमेरिका में देखने को मिलता है. इसका वैज्ञानिक नाम 'सोक्रेटिया एक्सोराइजा' है. इस पेड़ के बारे में कहा जाता है कि यह हर साल अपनी जगह से 20 मीटर तक आगे खिसक जाता है.
इसके बाद मेथुसेलह पेड़ को दुनिया के सबसे पुराने पेड़ के नाम से जाना जाता है. ये मेथुसेलह पेड़ अमेरिका के पूर्वी कैलिफोर्निया के सफेद पहाड़ों में पाया जाता है. इन पेड़ों की उम्र 5,000 साल तक होती है और इन्हें किसी भी नुकसान से बचाने के लिए वन अधिकारियों द्वारा इनका स्थान अज्ञात रखा जाता है.
बता दें कि पोषमवुड पेड़ को सबसे खतरनाक पेड़ भी कहा जाता है. इसका कारण भी विचित्र है. बता दें कि उत्तर और दक्षिण अमेरिका समेत अमेजन वर्षावन में पाए जाते हैं. पोषमवुड खतरनाक होने के साथ-साथ किसी को भी हैरान कर सकता है, क्योंकि इन पर उगने वाले फलों में पकने के बाद एक बम की तरह विस्फोट हो जाता है. ये फल के फूटते के बाद इसके बीज लगभग 257 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा में फैल जाते हैं. इतना ही नहीं अगर कोई इंसान इसकी चपेट में आता है, तो वो घायल हो सकता है.
ड्रैगन पेड़ अपनी बनावट की वजह से दुनियाभर में फेमस है. इस पेड़ का आकार किसी ड्रैगन की तरह नहीं है, बल्कि कुछ बारिश के छातों जैसा दिखता है. यह अनोखा पेड़ मुख्य रूप से कैनरी आईलैंड और मैक्सिको में पाया जाता है और यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि ये काफी धार्मिक महत्व रखता है.इन पेड़ की उम्र तकरीबन 650 से 1000 साल के बीच होती है.
सेर्बेरा ओडोलम पेड़ को सुसाइडल पेड़ भी कहा जाता है. क्योंकि ये बेहद खतरनाक और जहरीला होता है. ये पेड़ एशिया के कई देशों समेत भारत में पाए जाते हैं. इन पेड़ के फल के कारण इसे 'सुसाइडल पेड़' के नाम से जाना जाता है, क्योंकि ये बहुत ही जहरीला होते हैं. जानकारी के मुताबिक कोई भी इंसान गलती से इस पेड़ के फल को खाता है, इसके तुरंत बाद ही उल्टियां होने और हृदय गति बढ़ने जैसी समस्या शुरू हो जाती है. स्थिति गंभीर होने पर जान भी जा सकती है.
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