​Watch Solar Eclipse: आमतौर पर दिवाली के अगले दिन गोवर्धन की पूजा होती है. लेकिन इस बार सूर्य ग्रहण के चलते ऐसा नहीं हो रहा है. विद्वानों की मानें तो 1300 साल बाद सूर्य ग्रहण दो प्रमुख त्योहार के मध्य पड़ने के साथ बुध, गुरु, शुक्र और शनि सभी अपनी-अपनी राशि में मौजूद रहेंगे. वहीं, इस ग्रहण को लेकर नासा ने भी कुछ अहम बातें कही हैं. नासा के अनुसार ग्रहण देखने के लिए आंखों पर प्रोटेक्शन लगाना होगा. इस अवधि में सीधे सूर्य को देखना सुरक्षित नहीं है.


भारत सहित दुनिया के कई हिस्सों में दिखने वाला यह सूर्य ग्रहण साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा. भारत के समय के मुताबिक यह सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर 2022 (आज) 16:22 से 17:42 तक रहेगा. इस सूर्य ग्रहण की समय अवधि 1 घंटे 19 मिनट की होगी.



ग्रहण के दौरान सूर्य को देखने को लेकर नासा ने क्या कहा?



  • ग्रहण के दौरान सूर्य को देखने को लेकर नासा का कहना है कि जब पूर्ण ग्रहण में चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ब्लॉक कर देता है, तो सूर्य को सीधे देखना खतरनाक हो सकता है. इस दौरान सूरज को देखने के लिए आंखों पर प्रोटेक्शन लगाना चाहिए.

  • नासा के मुताबिक कैमरा लेंस, दूरबीन या अन्य किसी माध्यम से सूर्य के किसी भी हिस्से को देखने के गंभीर नतीजे हो सकते हैं. बिना सोलर फिल्टर के इसे देखने से आंखों में इंजरी हो सकती है.

  • नासा के अनुसार ग्रहण के दौरान सूर्य को देखने के लिए विशेष चश्मे का इस्तेमाल किया जा सकता है. ​से 'एक्लिप्स ग्लास' बोलते हैं. यह चश्मा नियमित धूप के चश्मे से अलग होता है.

  • इस दुर्लभ संयोग को देखने वाले सभी इस बात का ध्यान रखें की कैमरा लेंस, दूरबीन आदि के प्रयोग से ग्रहण देखने के दौरान चश्मा न पहनने. इस दौरान सभी सोलर फिल्टर का प्रयोग करें.

  • नासा के अनुसार एक्लिप्स को देखने के लिए मानक के अनुसार बनाए गए उपकरणों का ही प्रयोग करें.


यह भी पढ़ें-


Surya Grahan 2022: आज लगेगा आखिरी सूर्य ग्रहण, कई सालों बाद बना है यह दुर्लभ संयोग, जानें सब कुछ