Watching Porn Crime: मामूली सवालों की जगह से लेकर साइबर जगत में अपराध तक ऐसी कई उलझनें हैं, जिसको लेकर लोग कंफ्यूज रहते हैं. कुछ सवाल ऐसे होते हैं जो लोग पूछना चाहते हैं, पर सही व्यक्ति के अभाव में पूछ नहीं पाते. इंटरनेट पर सबसे ज्यादा खोजे जाने वाले सवालों में से एक है कि पॉर्न देखना अपराध है या नहीं? लेकिन इसका स्पष्ट उत्तर कई लोगों को नहीं मिल पाता. आज की स्टोरी में हम इसी विषय पर बात करने वाले हैं.


क्या कहता है नियम? 


हमने इस सवाल का जवाब जानने के लिए साइबर एक्सपर्ट शाशांक दुबे से बात की तो उन्होंने बताया कि पॉर्न देखना सामान्यत: अपराध नहीं है, लेकिन, यह बात निर्भर करती है कि देखा जा रहा किस तरह का कंटेंट है. चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना बड़ा अपराध है, जिसके तहत POCSO अधिनियम की सजा होती है. भारत सरकार द्वारा कई वेबसाइटों को बैन किया गया है, जिन्हें देखना भी अपराध है. ऐसी वेबसाइटों पर जाना भी अपराध है. वीपीएन या प्रॉक्सी नेटवर्क का इस्तेमाल भी अवैध है. इसे गैरकानूनी की श्रेणी में रखा गया है. जिन वेबसाइट पर सरकार ने बैन लगाया है, उसे किसी दुसरे तरीके से इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. कुछ ब्राउजर में ऐसे वेबसाइट ओपेन नहीं होते हैं. ऐसे में किसी अन्य माध्यम का इस्तेमाल करना गैरकानूनी है.


इस देश के लोग देखते हैं सबसे अधिक पॉर्न


यदि कोई आपको इस बारे में डराता है, तो आप उस व्यक्ति के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं. इसके साथ ही सरकार द्वारा बैन की गई किसी भी वेबसाइट पर न जाएं. जानकारी के लिए बता दें कि एडल्ट साइट पॉर्न हब के लेटेस्ट डेटा के मुताबिक, पॉर्न देखने वालों में सबसे ज्यादा लोग अमेरिका के हैं. दूसरे स्थान पर यूके, फिर जापान, फ्रांस और इटली हैं. यहां के लोगों को पॉर्न देखने का सबसे ज्यादा शौक रहता है. इन देशों से पॉर्नहब को सबसे अधिक ट्रैफिक मिलता है. भारत की बात करें तो यहां दूसरे देशों की तुलना में लोग काफी कम पॉर्न देखते हैं. 


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