हम हर रोज कई ऐसे सामान देखते हैं, जिनकी डिजाइन में कुछ खास होता है, जिसे हम समझ नहीं पाते हैं. कई सामानों की डिजाइन में कुछ लॉजिक होते हैं, जिन्हें हम नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन वो साइंस के हिसाब से काफी जरूरी होते हैं. इसका उदाहरण है छतों पर रखी जाने वाली पानी की टंकी. पानी की टंकी को आपने कई बार देखा होगा, लेकिन कभी आपने गौर किया है कि आखिर ये टंकी सीधी क्यों नहीं होती है और इस टंकी में जो लाइन बनी होती है, इसकी वजह क्या है. तो आज हम आपको बताते हैं कि पानी की टंकी में बीच-बीच में ये लाइन क्यों बनी होती है.


क्यों लाइनें बनी होती हैं?


पानी की टंकी में लाइन एक डिजाइन का हिस्सा होता है. ये डिजाइन भी कुछ खास सोच समझकर बनाई जाती है और इस डिजाइन के हिसाब से ही पानी को सिक्योर रखने में मदद मिलती है. पानी के टैंक में बनाई गई ये लाइनें मजबूती देने का काम करती है और हर मौसम में पानी के टैंक को टिकाऊ बनाने का काम करती है. 


गर्मी में फैलने से रोकती है- अक्सर गर्मी के मौसम में प्लास्टिक की टंकी के फैलने का खतरा रहता है. लेकिन, इस दौरान ये लाइनें इसे मजबूती देने का काम करती हैं और इसे फैलने से रोकती है. दरअसल, जहां-जहां ये लाइनें बनी होती हैं, उन जगहों की खास बात ये होती है कि वो उस जगह से मजबूत होती है. उस जगह मजबूत रहने से प्लास्टिक का टैंक फैलकर आगे नहीं बढ़ता है. 


प्रेशर को रोकने में मिलती है मदद- आप जब टंकी के हाथ लगाएंगे तो आपको पता चलेगा कि जहां ये लाइनें होती हैं, वहां आपको टंकी की मजबूती ज्यादा दिखेगी. इससे ये पानी के प्रेशर को झेलने में मदद करती है. ये एक तरह से किसी भी क्रिएशन में सपोर्ट का काम करती है. इस वजह से कंपनियां प्लास्टिक की टंकियां बनाते वक्त इनका इस्तेमाल करती हैं. 


अगर प्लास्टिक की टंकियों में ये लाइनें नहीं रहेंगी और स्ट्रक्चर पूरी तरह से प्लेन रहेगा तो इसके फूलने का डर बना रहता है, क्योंकि प्लास्टिक इतने प्रेशर को सहन नहीं कर पाता है. इस खास डिजाइन से इन्हें मजबूती मिलती है और टंकी लंबे समय तक चलती रहती है. 


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