(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Ammonia Gas Leak: क्या होती है अमोनिया गैस? यह कितनी नुकसानदायक है और किन-किन चीजों में होती है इस्तेमाल?
Ammonia Gas Leak: हवा में अमोनिया की मात्रा बढ़ने पर घुटन का एहसास होने लगता है. इसकी ज्यादा मात्रा होना गले, नाक और सांस की नली में जलने का कारण बन जाती है. आइए इसके बारे में विस्तार से जानें.
Ammonia Gas Leak: पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के नरेंद्रपुर इलाके में कोल्ड ड्रिंक कंपनी में अमोनिया गैस लीक होने से कुछ स्थानीय निवासी बीमार पड़ गए हैं. अमोनिया गैस लीक होने की यह कोई पहली खबर नही है. इससे पहले भी कई जगहों पर ऐसा हुआ है. क्या आप जानते हैं अमोनिया गैस क्या होती है? इससे संपर्क में आने से क्या नुकसान होता है और इसका इस्तेमाल कहां-कहां होता है? अगर नहीं तो आइए आज हम आपको बताते हैं.
क्या है अमोनिया?
अमोनिया एक तीखी गंध वाली रंगहीन और हल्की गैस होती है. यह गैस पानी के साथ तेजी से क्रिया करती है. अमोनिया का सबसे ज्यादा उपयोग रासायनिक खादों के निर्माण के लिए किया जाता है. इसे मुख्य रूप से यूरिया, अमोनियम फॉस्फेट, अमोनियम सल्फेट, अमोनियम नाइट्रेट और सोडियम कार्बोनेट आदि बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा इसका इस्तेमाल बर्फ बनाने के कारखाने में ठंडा करने वाले पदार्थ के रूप में भी किया जाता है. घरेलू कामों में इसको कपड़ों में तेल ग्रीस आदि के दाग छुटाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
अमोनिया का इस्तेमाल सबसे ज्यादा खाद बनाने में होता है. दुनिया की 80 फीसदी अमोनिया, खाद के निर्माण में ही लग जाती है. मुख्य रूप से इसका इस्तेमाल यूरिया के निर्माण में होता है. बड़े पैमाने पर यूरिया के उत्पादन के लिए अमोनिया और द्रव्य कार्बन डाईऑक्साइड का इस्तेमाल किया जाता है. यूरिया कार्बनिक यौगिक है जो सफेद, रवेदार जहरीला ठोस, रंगहीन और गंधहीन पदार्थ होता है. यह अमोनिया की तरह ही पानी में जल्दी घुल जाता है.
अमोनिया से होने वाले नुकसान
वैसे तो सामान्य तौर पर अमोनिया नुकसानदायक नहीं होती है, लेकिन ज्यादा मात्रा में अमोनिया सूंघ ली जाए तो जान तक जा सकती है. हवा में अमोनिया की मात्रा बढ़ने पर घुटन का एहसास होने लगता है. इसकी ज्यादा मात्रा होना गले, नाक और सांस की नली में जलने का कारण बन जाती है. लगातार इसके संपर्क में रहने पर त्वचा में जलन, आंख में स्थायी क्षति या अंधापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
अमोनिया रिसाव होने पर सावधानियां
अमोनिया पानी के साथ जल्दी क्रिया करती है, इसीलिए यह सलाह दी जाती है कि इसके संपर्क में आने पर आंख और चेहरे को काफी मात्रा में पानी से धोना चाहिए. यह पानी में तेजी से घुलने वाला पदार्थ है, इसलिए पानी से चेहरा धोने पर यह घुलकर शरीर से अलग हो जाती है और प्रतिक्रिया कम हो जाती है.
अमोनिया का उत्पादन
भारत के अलावा दुनिया के कई बड़े देश भी अमोनिया के उत्पादन साथ साथ उसका इस्तेमाल कच्चे माल की तरह अन्य उत्पादनों के लिए बड़े पैमाने पर करते हैं. दुनिया में चीन सबसे ज्यादा अमोनिया का उत्पादन करता है. चीन के बाद इसके उत्पादन में भारत का नंबर आता है. इसके अलावा, यूरोप और अमेरिका भी काफी मात्रा में अमोनिया का उत्पादन करते हैं. अमोनिया की मात्रा अधिक होने पर यह जहरीली गैस की तरह नतीजे दिखाती है, लेकिन इसकी उपयोगिता को देखते हुए इसे खारिज नहीं किया जा सकता है.
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