खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से ही भारत और कनाडा के संबंधों में दरार देखने को मिली है. कनाडा लगातार निज्जर की हत्या के आरोप भारत पर लगाता आया है. हालांकि कनाडा ने अबतक भारत पर सिर्फ आरोप लगाए हैं लेकिन इसके पीछे कोई सबूत नहीं दिखाए हैं. हालांकि भारत कनाडा द्वारा इस तरह के आरोप लगाने के बाद से ही सबूत की मांग कर रहा है. अब सवाल ये उठता है कि कनाडा के खिलाफ भारत क्या एक्शन ले सकता है? और यदि भारत ऐसा करना चाहे तो उसे शिकायत कहां करनी होगी? चलिए जानते हैं.
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भारत के पास क्या विकल्प हैं?
भारत के पास कनाडा के खिलाफ कई तरह के कदम उठाने के विकल्प हैं. भारत कनाडा पर कूटनीतिक दबाव डाल सकता है. इसमें दोनों देशों के बीच राजदूतों को वापस बुलाना, उच्च स्तरीय बातचीत रोकना, या अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कनाडा के खिलाफ आवाज उठाना शामिल है. इस समय भारत के लगभग सवा लाख छात्र कनाडा में पढ़ाई कर रहे हैं, यदि भारत कनाडा में पढ़ने जाने पर रोक लगा दे, तो कनाडा कि अर्थव्यवस्था पर बुरी तरह असर पड़ सकता है.
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वहीं भारत कनाडा पर आर्थिक प्रतिबंध लगा सकता है. इसमें कनाडा से आयात को कम करना, कनाडा के निवेशकों को भारत में निवेश करने से रोकना या कनाडा के पर्यटकों के लिए वीजा नियमों को कड़ा करना शामिल हो सकता है. साथ ही भारत संयुक्त राष्ट्र या अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों में कनाडा के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकता है और भारत कनाडा में रहने वाले भारतीयों को एकजुट करके और कनाडा सरकार पर दबाव डालने के लिए उनका समर्थन हासिल कर सकता है. इसके अलावा भारत अन्य देशों के साथ मिलकर भी कनाडा पर दवाब डाल सकता है.
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