अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अभियान चल रहा है. डेमोक्रैट उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप चुनाव जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं. ऐेसे में ये चुनाव कई मायनों में भारत से मिलते जुलते नजर आ रहे हैं. जहां कमला हैरिस और ट्रंप वोटर्स को लुभाने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. जहां भारत में गैरकानूनी रूप से प्रत्याशी वोटर्स को पैसे बांटते हैं, वहीं चलिए जानते हैं कि इस तरह की स्थिति को लेकर अमेरिका में क्या नियम हैं.
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अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में प्रत्याशी वोटर्स को बांट सकते हैं पैसे?
अमेरिका में चुनाव, खासकर राष्ट्रपति चुनाव, पैसे के मामले में बहुत खास होते हैं. अमेरिका में होने वाले चुनावों में पैसा एक बहुत बड़ी भूमिका निभाता है. उम्मीदवारों को अपने चुनाव प्रचार के लिए बहुत सारा पैसा खर्च करना पड़ता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमेरिकी सरकार कुछ उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए पैसे भी देती है?
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अब सवाल ये उठता है कि आखिर ये सवाल आया कहां से? तो बता दें कि भारत में होने वाले चुनावों में कोई भी उद्योगपति राष्ट्रपति का समर्थन नहीं कर सकते, लेकिन अमेरिका में इस बार मामला कुछ और ही है. जहां डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में एलन मस्क खुलकर सामने आ रहे हैं. एलन मस्क ने ट्रंप के प्रचार अभियान को मजबूती देते हुए एक प्रतियोगिता का ऐलान कर दिया और इसके विजेता को रोज दस लाख डॉलर का ईनाम देने की भी घोषणा कर डाली. ये आमतौर पर होता नहीं है, ये घटना अमेरिका के चुनाव में भी काफी अलग मानी जा रही है. इसी बात से ये सवाल जन्मा कि क्या अमेरिका में इस तरह पैसे बांटना सही माना जाता है. तो बता दें कि ऐसा नहीं है. अमेरिका में भी निष्पक्ष चुनाव पर जोर दिया जाता है. वहां सीधे प्रत्याशी चुनाव जीतने की मंशा से वोटर्स को लुभाने के लिए पैसे नहीं बांट सकते.
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