Automatic Car: आजकल, ऑटोमेटिक गाड़ियों का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है. इन कारों के ऑप्शन भी बाजार में बढ़ गए हैं. ऑटोमैटिक गियरबॉक्स वाली कारें मैनुअल कारों से कुछ अलग होती हैं. इनमें गियर बदलने की परेशानियां नहीं होती हैं, बल्कि आपको केवल एक बार गियर लगाना पड़ता है और फिर गाड़ी आराम से चलती रहती है. इसमें क्लच पेडल भी नहीं होता है, जिससे आपका एक पैर आरामपूर्वक रखा जा सकता है.


इस्तेमाल करने में ऑटोमेटिक गियर होते हैं आसान


ऑटोमेटिक कारों में आपने देखा होगा कि गियर के पास P, R, N, D और S अक्षर लिखे होते हैं. वहीं, मैनुअल कारों में 1, 2, 3, 4, 5, 6 नंबर लिखे होते हैं. पहली बार में P, R, N, D और S देखने पर यह असामान्य लग सकता है, लेकिन जब आप इन अक्षरों के मतलब को समझते हैं, तब ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का उपयोग करना बहुत सरल लगता है.


P, R, N, D और S का मतलब क्या होता है?


जब आप ऑटोमेटिक कार चलाते हैं, तो आपको सिर्फ P, R, N, D और S मोड का ध्यान रखना होता है. जब आप कार को पार्क करना चाहते हैं, तब आपको गियर लीवर को P के पास ले जाना होता है. इससे पार्किंग मोड सक्रिय हो जाता है. वैसे ही, जब आप कार को पीछे ले जाना चाहते हैं, तो आपको गियर लीवर को R (पिछला) के पास रखना होता है.


D का क्या मतलब होता है?


अगर आप सिग्नल पर हैं और रेड लाइट पर या किसी और जगह पर गाड़ी रोकना चाहते हैं, तो गाड़ी के गियर लीवर को N (न्यूट्रल) के पास कर दें. जब आप ड्राइव के लिए तैयार होते हैं, तो आप लीवर को D (ड्राइव) के पास रखें. इससे आपकी गाड़ी D मोड में चलना शुरू कर देती है और गियर स्वचालित रूप से आवश्यकतानुसार परिवर्तित होते रहते हैं. इसके अलावा, कई कारों में S भी लिखा होता है, जिसका मतलब स्पोर्ट्स मोड होता है. इसमें कार अधिक पावरफुल परफॉर्मेंस प्रदान करने लगती है.


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