Pain in Legs: पैरों में दर्द होना एक आम बात है. यह कभी भी किसी को भी हो सकता है. कमजोरी, थकान, बहुत अधिक शारीरिक श्रम या किसी बीमारी की वजह से पैर में दर्द होना सामान्य है. बहुत से लोगों को अक्सर ये परेशानी रहती है. जबकि, कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें ज्यादातर रात में या सोते समय ही पैर में दर्द होता है. वैसे तो पैर का ये दर्द आम होता है, लेकिन लंबे समय तक होने वाला दर्द कई बार गंभीर भी हो सकता है.
अगर आपको भी रात में पैरों में दर्द रहता है तो यह कोई अनोखी बात नहीं है, बहुत सारे लोगों को रात में इस तरह के दर्द की शिकायत होती है. आज इस खबर में जानेंगे कि रात के समय होने वाले दर्द का कारण क्या होता है. पढ़िए इस खबर को और जानिए कि किन कारणों की वजह से रात में दर्द रहता है.
नहीं है कोई सटीक वजह!
पैर का दर्द या ऐंठन सबसे अधिक काफ मसल्स को प्रभावित करता है. यह मांसपेशी टखने से लेकर पैर के पिछले हिस्से तक फैली रहती है. रात में पैरों में दर्द होने का मुख्य कारण पैरों की खराब पोजीशन हो सकती है. ज्यादातर मामलों में रात में सोते समय पैर में दर्द के कारण का सटीक पता नहीं चल पाता है. लेकिन, यहां हम इस दर्द के पीछे के प्रमुख कारणों के बारे में बता रहे हैं जो रात में पैरों में दर्द का कारण हो सकते हैं.
पैर की रचना
आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ लोगों को अपने पैरों की बनावट के कारण भी रात में पैरों में अधिक दर्द का एहसास होता है. जिन लोगों के पैर हाई आर्क और फ्लैट आर्क वाले होते हैं, उन लोगों को अक्सर पैरों में दर्द की शिकायत रहती है. बहुत से लोगों के पैरों का तलवा बिलकुल सपाट होता है, इसे लो आर्क हील कहा जाता है. वहीं, जिन लोगों के तलवे के दोनों छोर ऊपर नीचे हैं और बीच का हिस्सा ऊपर होता है उसे हाई आर्क हील कहा जाता है.
नसों पर दबाव पड़ना
कई बार टखने की नसों पर दबाव पड़ने से टार्सल टनल सिंड्रोम हो जाता है. कूल्हे के पास वाली स्केटिएक नस पर दबाव पड़ने से भी पैरों में दर्द हो सकता है.
गलत तरीके से उठना या बैठना
पैरों में दर्द के कई सामान्य कारणों में यह भी शामिल होता है कि आप कैसे बैठते हैं और किस तरह के जूते पहनते हैं. लंबे समय तक बैठे रहने या खड़े रहने, ज्यादा चलने या दौड़ने से भी पैरों में दर्द हो सकता है, लेकिन यह दर्द आमतौर पर दवा खाने या सिकाई करने से ठीक भी हो जाता है.
प्लैंटर फैसिसीटीज
पैर के अगले हिस्से से एड़ी तक के ऊतक को प्लैंटर फैसिसीटीज कहते हैं. जब इस पर किसी तरह का दबाव या खिंचाव आता है तो इससे पैरों में दर्द और सूजन होती है. यह एड़ी में दर्द होने के सबसे आम कारणों में से एक है. ज्यादा मोटापे और बहुत देर तक खड़े रहने की वजह से भी अक्सर ये दर्द हो जाता है. ये दर्द अक्सर सुबह के वक्त होता है.
मॉर्टन्स न्यूरोमा
यह एक दर्दनाक स्थिति है जो आपके पैर की उंगलियों की नसों के आसपास सूजन या चुभन के कारण होती है. इसमें जलन और नसों में तेज दर्द महसूस होता है. ये दर्द कई बार पूरे दिन और रात तक रहता है.
गर्भावस्था
गर्भावस्था में शरीर कैल्शियम को अलग प्रकार से प्रॉसेस्ड करता है. जिसकी वजह से इसके स्तर में बदलाव होता है और इससे पैर में ऐंठन और दर्द हो सकता है.
डायबिटीज
ब्ल्ड शुगर का हाई लेवल सेंट्रल नर्वस सिस्टम को धीरे धीरे नुकसान पहुंचा सकता है. इसमें आपके पैरों की नसें भी शामिल हैं. स्थिति ज्यादा बिगड़ने पर पैरों में तेज दर्द हो सकता है जो समय के साथ बढ़ भी सकता है.
फाइब्रोमायल्गिया
फाइब्रोमायल्गिया एक ऐसी बीमारी है जो तेज दर्द का कारण होती है और लंबे समय तक रहती है. इसमें पैरों के साथ साथ शरीर के अन्य अंगों में भी दर्द होता है. कई बार अंगों पर दबाव या बहुत अधिक काम की वजह से भी स्थिति पैदा हो जाती है. रात में अक्सर एंटी-इंफ्लेमेटरी हार्मोन कार्टिसोल लो हो जाते हैं जिस वजह से दर्द ज्यादा बढ़ जाता है.
रात में पैरों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए लोग कई घरेलू इलाज भी करते हैं, जिनमें सिकाई करना, पेन किलर लेना, मालिश करना या पैर दबाना आदि शामिल हैं, लेकिन अगर यह दर्द ज्यादा बढ़ता है और लंबे समय तक रहता है तो इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए.
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