कई विमानों को हाल ही में बम से उड़ाने की धमकी मिली, जिसके बाद एयरलाइन्स कंपनियाँ घबरा गईं और देश में विमानन सुरक्षा प्रोटोकॉल को लेकर चिंताएँ बढ़ गईं. हालांकि ये सभी धमकियां झूठी साबित हुईं, लेकिन इससे एयरलाइंस का संचालन बुरी तरह से प्रभावित हुआ और सभी यात्रियों और चालक दल को असुविधा का सामना करना पड़ा. ऐसे में चलिए जानते हैं कि किसी विमान को बम से उड़ाने की धमकी मिलने पर क्या होता है और इसके लिए प्रोटोकॉल क्या-क्या है.


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विमान को बम से उड़ाने की धमकी मिलने पर क्या होता है और इसका प्रोटोकॉल क्या है?


जब किसी विमान को बम की धमकी मिलती है, तो एयरलाइन और सुरक्षा एजेंसिया खास प्रोटोकॉल का पालन करती हैं. इस दौरान विमान को सुरक्षित स्थान पर डायवर्ट किया जाता है, जैसे कि एक सैन्य अड्डा या एक बड़ा हवाई अड्डा. साथ ही विमान की जांच की जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई बम नहीं है. इसके अलावा यात्रियों की जांच की जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति नहीं है. इसके अलावा धमकी देने वाले की पहचान करने की कोशिश की जाती है ताकि उसे गिरफ्तार किया जा सके.


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जब किसी विमान को धमकी मिलती है तो क्या होता है?


यदि किसी विमान को उड़ान के दौरान धमकी मिलती है तो अलर्ट जारी कर दिया जाता है और हवाई अड्डे बम का आकलन करने वाली समिति यानी बीटीएसी की बैठक तुरंत बुलाई जाती है. साथ ही धमकी कितनी सही है ये जांच की जाती है. इसके बाद बीटीएस द्वारा अगली कार्रवाई की जाती है.


यदि किसी अंतरराष्ट्रीय उड़ान को बम की धमकी मिलती है जो पहले से ही भारतीय हवाई सीमा से बाहर है, तो भारतीय एजेंसियों को अंतरराष्ट्रीय एटीसी और सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय करना पड़ता है और फिर आगे की कार्रवाई की जाती है. ऐसे मामलों में आमतौर पर उड़ान को पास के हवाई अड्डे पर भेज दिया जाता है.                                                    


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