मानसून आने के साथ ही देशभर के कई इलाकों में जमकर बारिश हो रही है. सोशल मीडिया पर राजधानी दिल्ली और उत्तराखंड की कुछ वीडियो वायरल हो रही हैं. जिसमें दिख रहा है कि भारी बारिश के बाद कई कारें पानी में तैर रही हैं. ऐसे में सवाल है कि क्या बारिश, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा में कार डूबने या खराब होने पर इंश्यारेंस कंपनी से इंश्यारेंस मिलता है.
बारिश
मानसून के साथ ही देश के कई इलाकों में जमकर बारिश हो रही है. ज्यादा बारिश होने के कारण कई इलाके पानी में डूब गए हैं. वहीं पहाड़ी इलाकों में भी कई बार बरसाती नाला आने के कारण गाड़ियां डूब जाती हैं. इतना ही नहीं कई बार अंडरग्राउंड/बेसमेंट पार्किंग तक में पानी घुस जाता है, जिससे गाड़ियां डूब जाती हैं. ऐसे स्थिति में गाड़ी मालिकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. वहीं कई बार रिपेयरिंग में लाखों का बिल आ जाता है. ऐसे में सवाल है कि क्या इंश्योरेंस बाढ़ अथवा बारिश से होने वाले नुकसान को कवर करता है.
कार को नुकसान?
आज हम आपको पहले ये बताएंगे कि कार के अंदर पानी घुसने पर क्या-क्या नुकसान होता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर इंजन के अंदर पानी घुसता है, तो इंजन खराब होने की आशंका रहती है. इसके अलावा इलेक्ट्रिक पैनल्स और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को भारी नुकसान पहुंचता है. इसके अलावा कार के इंटीरियर, सीट, एसी वेंट जैसी चीजें भी डैमेज हो सकती हैं.
कैसे मिलेगा इंश्योरेंस
बता दें कि कार इंश्योरेंस भी कई तरह के होते हैं. अगर किसी शख्स ने का कांप्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी ली है, तो वह इंसान बाढ़ से नुकसान का क्लेम कर सकता हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर आपने कांप्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी ली है, तो आप बाढ़, आग अथवा और चोरी के कारण होने वाले सभी नुकसान में क्लेम कर करता है. क्योंकि कांप्रिहेंसिव पॉलिसी बाढ़ अथवा पानी से होने वाले हर तरह के नुकसान को कवर करता है.
इंश्योरेंस लेने के समय क्या ध्यान में रखे?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक इंश्योरेंस लेने के समय कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. आप देश के जिन शहरों में रहते हैं, वहां अगर बारिश के बाद बाढ़ जैसी स्थिति होती है. तो आपको कांप्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी लेना चाहिए. वहीं स्टैंडर्ड कांप्रिहेंसिव पॉलिसी के साथ-साथ, जीरो डेप्रिशिएशन और इंजन प्रोटेक्शन कवर जैसे ऐड-ऑन कवर लेने चाहिए. क्योंकि स्टैंडअलोन पॉलिसी में पानी के कारण इंजन को होने वाला नुकसान कवर नहीं होता है, लेकिन अगर आपने इंजन की खराबी के लिए ऐड-ऑन कवर लिया है, तो कंपनी में आप पूरा क्लेम कर सकते हैं.
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