ठंड से पूरे उत्तर भारत में हाल बेहाल है. कुछ जगहों पर ठंड से आम जनजीवन भी प्रभावित  हो रहा है. मौसम विभाग नेे आने वाले कुछ दिनों तक इसी तरह ठंड पड़ने की संभावना जताई है. वहीं कुछ जगहों पर सीवियर कोल्ड डे होने और पाला पड़नेे की भी संभावना जताई है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सीवियर कोल्ड डे होता कब है और पाला कब पड़ता है.


कब होता है सीवियर कोल्ड डे?
मौसम विभाग के अनुसार आनेे वाले कुछ दिनों में सीवियर कोल्ड डे की भी संभावना है, लेकिन आखिर ये होता क्या है. तो बता दें कि जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम होता है और अधिकतम तापमान में सामान्य के मुकाबले 4.5 डिग्री की कमी आ जाती है तो इस स्थिति को कोल्ड-डे कहा जाता है. जबकि वहीं न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम होता है लेकिन अधिकतम तापमान में सामान्य के मुकाबले 6.4 डिग्री की कमी आ जाती है तो इसे सीवियर कोल्ड डे कहा जाता है.


कब पड़ता है पाला?
ज्यादातर पाला पड़ने की समस्या गावों में किसानों को परेशान करती है. जब उनके खेतों में पाला पड़ने से फसलों को काफी नुकसान होता है. मौसम विभाग ने कुछ जगहोंं पर पाला पड़ने की संभावना जताई है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये होता क्या है और कब पड़ता है. 


तो बता दें कि शीत लहर के चलते वायुमंडल में उपस्थित जल वाष्प जब पेड़ पौधों की पत्तियों या किसी ठोस पदार्थ के सम्पर्क में आती है जिनका तापमान 0°  सेल्सियस या इससे कम होता है तो ये बर्फ की चादर के रूप में जमने लग जाती है. यही जमी हुई बर्फ पाला कहलाती है. पाला पड़नेे से कई बार किसानों की फसल गलकर खराब हो जाती है. जिसके चलते ये किसानों के लिए समस्या का कारण बन जाती है.                                          


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