Black Hole: इंसान अब तक उस पहेली को सुलझा नहीं पाए हैं कि क्या हमारी दुनिया के अलावा ब्रह्मांड में कोई दूसरी दुनिया भी है? ऐसे जीव या लोग जिन्हें हम एलियंस के नाम से जानते हैं. एलियंस की कई थ्योरीज अक्सर सामने आती रही हैं, हालांकि कभी भी पुख्ता तौर पर इनके होने के सबूत नहीं मिल पाए. अब भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO की तरफ से भी सैटेलाइट XPoSat लॉन्च किया गया है, जो ब्लैक होल के राज को खोल सकता है. आज हम आपको यही बताएंगे कि आखिर ये ब्लैक होल क्या होता है और क्या इसके जरिए दूसरी दुनिया का दरवाजा बनाना मुमकिन है?
कई हॉलीवुड फिल्मों में ब्लैक होल के बारे में दिखाया गया है. फिल्मों में दिखता है कि ब्लैक होल के लिए दूसरी दुनिया का रास्ता खुलता है और इसी दरवाजे से एलियंस हमारी दुनिया तक पहुंच जाते हैं. अब क्या वाकई में ये थ्योरी सच है या फिर फिल्मों में रोमांच के लिए इस्तेमाल की जाती है.
क्या होता है ब्लैक होल?
ब्लैक होल को काफी ताकतवर माना जाता है, कहा जाता है कि इनमें कई सूरज के जितनी ऊर्जा होती है. ब्लैक होल से बेहद ताकतवर गुरुत्वार्षण शॉक वेव्स निकलती हैं. ब्लैक होल्स कई अरब सालों तक जिंदा रह सकते हैं. कुछ ब्लैक होल बेहद छोटे और कुछ बहुत बड़े होते हैं. ब्लैक होल अंतरिक्ष का एक ऐसा क्षेत्र होता है, जहां कोई भी चीज खत्म हो जाती है. इनकी गुरुत्वार्षण ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रकाश भी इससे बाहर नहीं निकल पाता है.
ब्लैक होल के बारे में अब तक ये कहा जाता है कि किसी तारे की मौत के बाद ये अपने ही वजन के चलते अंदर की तरफ सिकुड़ जाता है, जिससे ब्लैक होल बनते हैं. ये एक ऐसा वैक्यूम बन जाता है, जो अपने पास की चीजों को अपने अंदर खींच लेता है. ये सूरज को भी अपने अंदर समा सकता है.
ब्लैक होल को लेकर दिलचस्पी
अब तक किसी को पता नहीं चल पाया है कि ब्लैक होल कैसे बने हैं. ब्लैक होल्स के एक दूसरे के नजदीक आने से गुरुत्वाकर्षण वेव पैदा होती हैं, जो काफी ज्यादा ताकतवर होती हैं. ऐसे कई सिग्नल अंतरिक्ष एजेंसियों को मिलते हैं, जो कई अरब साल पीछे से आए हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि यूनिवर्स के बनने में ब्लैक होल्स की अहम भूमिका हो सकती है. यही वजह है कि ब्लैक होल्स के बारे में दुनियाभर के वैज्ञानिकों के बीच दिलचस्पी बढ़ रही है.
किसी दूसरी दुनिया के दरवाजे खुलने की बात से वैज्ञानिकों ने भी कभी साफ इनकार नहीं किया है, हालांकि ये थ्योरी कभी भी साबित नहीं हो पाई है कि ब्लैक होल के पार दूसरी दुनिया हो सकती है. ये अब तक सिर्फ फिल्मों में ही दिखाया गया है.