क्या होता है ब्लैक होल, इससे जुड़े राज जानकर उड़ जाएंगे आपके होश
ब्लैक होल अंतरिक्ष में पाई जाने वाली ऐसी जगह होती है, जहां गुरुत्वाकर्षण बल बहुत अधिक होता, जिसके प्रभाव क्षेत्र में आने पर कोई भी वस्तु यहां तक कि प्रकाश भी उससे बच नहीं सकता है.
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What Is Black Hole: आपने ब्लैक होल के बारे में जरूर सुना होगा? लेकिन आप इसके बारे में कितना जानते हैं? क्या आप जानते हैं ब्लैक होल कैसे काम करता है? साथ ही क्या आप ब्लैक होल से जुड़े रहस्य जानते हैं? दरअसल आज हम आपको बताएंगे ब्लैक होल से जुड़ी तमाम रहस्यों के बारे में. इसके अलावा आपको बताएंगे ऐसे मजेदार फैक्ट्स जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
ब्लैक होल क्या है?
ब्लैक होल अंतरिक्ष में पाई जाने वाली ऐसी जगह होती है, जहां गुरुत्वाकर्षण बल बहुत अधिक होता, जिसके प्रभाव क्षेत्र में आने पर कोई भी वस्तु यहां तक कि प्रकाश भी उससे बच नहीं सकता है. वे उसके अंदर समा जाएंगीं. इसके अलावा कहा जाता है कि जब कोई विशाल सितारा अपने द्रव्यमान और गुरुत्वाकर्षण के कारण ढह जाता है, यानि उसका सारा द्रव्यमान छोटे से क्षेत्र में सिमट कर रह जाता है, तो वह ब्लैक होल बन जाता है.
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कोई वस्तु अंदर जाने के बाद बाहर नहीं आ सकती
ब्लैक होल का पलायन वेग बहुत ही अधिक होता है, इसलिए प्रकाश भी उसके अंदर जाने के बाद बाहर नहीं निकल सकता है. ब्लैक होल एक ऐसी जगह होती है, जिसमें कोई वस्तु अंदर जाने के बाद बाहर नहीं आ सकती है. जब प्रकाश की किरण ब्लैक होल तक पहुंचती है तो उसका गुरुत्वाकर्षण उसे अंदर खींच लेता है और वापस नहीं आने देता है, इसी कारण ब्लैक हमें काला दिखाई देता है. ब्लैक होल की बाउंड्री, जिसे ईवेंट होरिजन कहा जाता है, यह एक ऐसा स्थान होता है, जहां भौतिकी के नियम काम नहीं करते हैं.
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ब्लैक होल का आकार कितना बड़ा होता है?
ब्लैक होल आकार और द्रव्यमान में भिन्न हो सकते हैं. उसका आकार एक फुटबॉल के बराबर भी हो सकता है और सूर्य से अरबों खरबों गुना ज्यादा भी हो सकता है. ब्लैक होल को हॉकिंग विकिरण भी कहा जाता है. वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने बताया था कि ब्लैक हॉल एक प्रकार का विकिरण उत्सर्जित कर सकते हैं, जिसे उनके नाम से जाना जाता है. इससे पता चलता है कि ब्लैक होल धीरे-धीरे अपना द्रव्यमान खो सकते हैं और आखिरकार वाष्पित हो सकते हैं.
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