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ChatGPT क्या है? क्यों इतना चर्चा में है? क्या Chat GPT आपकी नौकरी खा सकता है?

Chat GPT की शुरुआत सैम अल्टमैन नाम के व्यक्ति ने एलन मस्क के साथ मिलकर 2015 में की थी. हालांकि, तब ये एक नॉनप्रॉफिट कंपनी थी. बाद में एलन मस्क ने इस प्रोजेक्ट को छोड़ दिया.

मशीन दशकों से इंसानी नौकरियां खाती आ रही हैं. कंप्यूटर हो या कैलकुलेटर सब ने इंसानी नौकरियां खायी हैं. अब इसी तरह का सवाल Chat GPT को लेकर उठ रहा है. कहा जा रहा है कि आने वाले कुछ सालों में ये ऐसे बहुत से काम चुटकियों में कर देगा जो इंसान आज काफी समय लेकर कर रहा है. बहुत से लोग इसे लेकर आसंकित और उत्सुक दोनों हैं. इस लेख के माध्यम से आज हम आपको Chat GPT से जुड़े सभी सवालों का जवाब देंगे और समझाने की कोशिश करेंगे कि क्या भविष्य में Chat GPT आपकी नौकरी भी खा सकता है.

चैट जीपीटी क्या है?

यह एक सॉफ्टवेयर है, इसका पूरा नाम जेनेरेटिव प्रेट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर (Generative Pretrained Transformer) है. इसे आप एक आधुनिक एनएमस (Neural network based machine learning model) भी कह सकते हैं. यह सॉफ्टवेयर गूगल की तरह आपको सिर्फ रियल टाइम सर्च ही नहीं देता, बल्कि आपके द्वारा पूछे गए सवालों के बेहद साफ और सटीक शब्दों में जवाब भी देता है. यह लोगों के बीच बहुत तेजी से अपनी जगह बना रहा है.

इसके सीईओ सैम अल्टमैन की मानें तो चैट जीपीटी ने एक हफ्ते से भी कम समय में 10 लाख यानि एक मिलियन यूजर्स तक अपनी पहुंच बना ली. वर्ल्ड स्टेटिस्टिक्स नाम के एक ट्विटर अकाउंट पर दी गई जानकारी की मानें तो नेटफ्लिक्स को यह आंकड़ा छूने में 3.5 साल लग गए थे. वहीं ट्विटर को दो साल और फेसबुक को 10 महीने लग गए थे. जबकि, इंस्टाग्राम को तीन महीने और स्पॉटिफाई को 5 महीने लग गए थे.

चर्चा में क्यों हैं चैट जीपीटी

जब भी कोई ऐसी नई चीज इंसानों के बीच आती है जो उनके जीवन को प्रभावित करती है तो उसे लेकर चर्चा स्वाभाविक है. Chat GPT भी ऐसी ही चीज है. इसकी शुरुआत सैम अल्टमैन नामक व्यक्ति ने एलन मस्क के साथ मिलकर 2015 में की थी. हालांकि, तब ये एक नॉनप्रॉफिट कंपनी थी. बाद में एलन मस्क ने इस प्रोजेक्ट को छोड़ दिया और फिर इसमें माइक्रोसॉफ्ट ने निवेश किया और आज यहा कंपनी नॉन प्रॉफिट से फॉर प्रॉफिट हो गई है, इस कंपनी की वैल्यूशन आज 20 बिलियन डॉलर है.

हालांकि, लोग इसे लेकर चर्चा करने के साथ-साथ इससे कुछ डरे हुए भी हैं. खास तौर से ऐसे लोग जिनका काम सवाल-जवाब से जुड़ा है. पत्रकार, वकील, कस्टमर केयर और टीचर इन सब की रोजी रोटी इनके ज्ञान से चलती है और ये आपके सवालों का जवाब देकर ही अपना रोजगार चला रहे हैं. कई लोग मानते हैं कि चैट जीपीटी ऐसे लोगों का रोजगार छीन सकती है.

क्या चैट जीपीटी आपकी नौकरी खा सकता है?

यह एक बड़ा सवाल है. Chat GPT आपकी नौकरी खा सकता है? शायद हां! कंप्यूटर से लेकर कैलकुलेटर तक, सब ने समय-समय पर इंसानों के रोजगार खाए हैं. हालांकि, इन्होंने हमारे जीवन को भी सरल बनाया है. चैट जीपीटी जिस तरह का सॉफ्टवेयर है, इसमें कोई शक नहीं कि आने वाले समय में जब इसे और अपडेट किया जाएगा और इसमें थोड़े और सुधार किए जाएंगे तो यह बड़े आराम से आपके द्वारा किए गए सवालों का जवाब देगा. हालांकि, अगर वर्तमान की बात करें तो चैट जीपीटी के पास अभी गूगल जितनी जानकारी नहीं है, यह आपके द्वारा कुछ भी पूछे जाने पर तुरंत रियल टाइम सर्च करके सटीक जवाब नहीं देता.

इसकी जानकारी अभी सीमित है, हिंदी वालों के लिए या अंग्रेजी के इतर किसी भी भाषा के लिए इसकी भाषा बहुत क्लिष्ट है, जिसे आम आदमी के लिए समझना बेहद मुश्किल है. लेकिन जी पैट जैसी चीजें आपके लिए आने वाले भविष्य की चेतावनी हैं. हर दिन कुछ नया सीखते रहें, अपने आपको कई तरह की चीजों में निपुण बनाएं, ताकि कल को जी पैट जैसी कोई चीज, जब आपका एक रोजगार खाने को आतुर हो तो कम से कम आप अपने दूसरे हुनर से इस दुनिया में सर्वाइव करने के लिए कुछ कर सकें.

ये भी पढ़ें: पैंट, चश्मा सहित दुनिया की सबसे पुरानी 10 चीजें, कौन सी चीज कितने साल पुरानी है और कहां मिली

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