Heart Attack Golden Hour: हमारे शरीर और सेहत से जुड़ी कुछ बातें ऐसी होती हैं जिनके बारे में हमें जानकारी होना बहुत जरूरी है. कई बार जरूरी बातों की जानकारी के अभाव में लोगों को बहुत गंभीर समस्या हो जाती है. हार्ट अटैक से संबंधित 'गोल्डन आवर' एक ऐसा शब्द है जिसके बारे में सबको जानकारी होना जरूरी है क्योंकि यह हमारी सेहत से जुड़ी बात है. अपने इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे कि आखिर क्या है 'गोल्डन आवर' का मतलब-
क्या है 'गोल्डन आवर'-
दिल का दौरा (हार्ट अटैक) पड़ने के पहले घंटे को 'गोल्डन आवर' कहा जाता है. इस समय को हार्ट अटैक के मरीज की सेहत के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. जिस व्यक्ति को हार्ट अटैक आया है अगर उसे इस समय के दौरान सही इलाज मिल जाए तो उसकी जिंदगी को बचाया जा सकता है. चूंकि यह एक घंटा मरीज की सेहत के लिहाज से बहुत ज्यादा मायने रखता है इसीलिए इसे 'गोल्डन आवर' कहा गया.
हार्ट अटैक आने का कारण-
हमारे हार्ट में ब्लड की सप्लाई धमनियों के जरिए होती हैं. कई बार वह सप्लाई बाधित हो जाती है जिसकी वजह खून का थक्का जमना या अन्य कोई कारण होता है. इसी के चलते व्यक्ति को हार्ट अटैक आता है. हार्ट अटैक आने की शुरुआती स्थिति में मरीज को वक्त पर सही इलाज मिलना जरूरी होता है खासकर शुरुआती एक घंटे यानी कि गोल्डन आवर में.
बेहतर दिनचर्या से हार्ट अटैक की संभावना कम-
आज हार्ट अटैक के बहुत से मामले देखे जाते हैं. इसका कारण है खराब और तनाव से भरी दिनचर्या. इसलिए जरूरी है अपने खान-पान और दिनचर्या का बहुत ध्यान रखा जाए. अगर दिनचर्या और खान-पान सही होगा तो हार्ट अटैक जैसी सेहत संबंधी समस्या आस-पास भी नहीं फटकेगी. इसके अलावा समय-समय पर डॉक्टर की सलाह और नियमित चेकअप भी कराना चाहिए.
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