अब चर्चा में है हलाल डेटिंग? जानिए इसमें किस तरह के लोग रखते हैं आपस में रिलेशनशिप?
Halal Dating: इस्लाम धर्म के सभी अनुयाई हलाल चीजों के सहारे ही जिंदगी बिताना पसंद करते हैं. डेटिंग को भी इस्लाम में हराम माना गया है. लेकिन इन दिनों हलाल डेटिंग की बहुत चर्चा हो रही है.
Halal Dating: दुनिया में तकरीबन 300 से भी ज्यादा धर्म है. लेकिन अगर मुख्य धर्मों की बात की जाए तो वह 7 ही हैं. हर धर्म में अपने अनुयायियों के लिए जीवन जीने के कुछ नियम होते हैं. कुछ तरीके होते हैं. जो उस धर्म के लोग फॉलो करते हैं. ऐसे ही कुछ नियम इस्लाम धर्म में भी हैं. इस्लाम धर्म में जिन चीजों को करना जायज ठहराया गया है. उन्हें हलाल कहा जाता है.
और जिन चीजों की करने की मनाही हैं. उन्हें हराम कहा जाता है. इस्लाम धर्म के सभी अनुयायी हलाल चीजों के सहारे ही जिंदगी बिताना पसंद करते हैं. डेटिंग को भी इस्लाम में हराम माना गया है. लेकिन इन दिनों हलाल डेटिंग की बहुत चर्चा हो रही है. आखिर क्या है यह हलाल डेटिंग. चलिए जानते हैं.
क्या है हलाल डेटिंग?
किसी को डेट करना उसके साथ रिश्ते को आगे बढ़ाने की शुरुआत होती है. डेटिंग आजकल बेहद आम हो चली है. डेटिंग के जरिए लोगों को एक दूसरे को समझने का मौका मिलता है. अगर दो लोगों को लगता है कि दोनों एक दूसरे के लिए बने हैं. तो यह डेटिंग आगे चलकर रिश्ते में बदल जाती है.हालांकि बहुत से लोग सिर्फ रिश्ते के लिए ही डेटिंग नहीं करते. डेटिंग कर रहे कपल साथ घूमते हैं. फिल्में देखने जाते हैं. डिनर करने जाते हैं, बहुत से काम करते हैं. यह तो हुई डेटिंग की बात.
अब बात करते हैं हलाल डेटिंग की, हलाल डेटिंग में जो डेटिंग शब्द है वह तो सामान्य डेटिंग के अनुरूप ही समझिए. बस इसमें दो लोगों के मिलने का तरीका थोड़ा अलग होता है. नॉर्मल डेटिंग की तरह इसमें दो लोग मिलते हैं. बातचीत करते हैं. घूमते हैं, खाना भी खाने जाते हैं. बस इस दौरान वह एक दूसरे से फिजिकली दूर रहते हैं. फिजिकली दूर रहने का मतलब है. जहां सामान डेटिंग में हाथ मिलाते हैं लोग, गले मिलते हैं. हलाल डेटिंग में ऐसा कुछ नहीं होता.
हलाल डेटिंग में इन चीजों पर पाबंदी
हलाल डेटिंग इस्लाम धर्म के बनाए गए नियम कायदों के अनुसार होती है. इसमें जब दो लोग मिलते हैं. तो मिलने से पहले दोनों लोगों को अपने परिवार वालों को इस बात की जानकारी देनी होती है. हलाल डेटिंग सिर्फ कैजुअल डेटिंग नहीं होती. यह डेटिंग शादी के परपज से की जाती है. सामान्य डेटिंग में जहां लोगों को प्राइवेसी चाहिए होती है.
वहीं हलाल डेटिंग में ऐसा नहीं है. यहां पर कपल खुली जगह पर मिलते हैं. अगर होटल की किसी रूम में मिला जा रहा है. तो वहां कोई अन्य सदस्य होना जरूरी है. इस डेटिंग में ऑनलाइन भी मिला जाता है. लेकिन तब भी वहां कोई बाहरी व्यक्ति मौजूद होता है. बता दें कि सामान्य डेटिंग की तरह ही इंटरनेट पर हलाल डेटिंग के लिए भी बहुत सी ऐप्स मौजूद हैं.
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