Heatwave Insurance: भारत में इस साल भीषण गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया. जहां हीटवेव ने 80 से ज्यादा लोगों की जान ले ली. इसके अलावा 25 हजार से ज्यादा लोग हीटस्ट्रोक से भी पीड़ित हुए हैं. कई इलाकों में तो गर्मी का सितम   50 डिग्री तक पहुंच गया था. इसके वाबजूद कई लोग ऐसे थे जिन्हें रोजी रोटी के लिए भीषण धूप में बाहर निकलना पड़ता है. ऐसे में इन लोगों के लिए एक खास प्लान आया है. जिसे हीटवेब बीमा नाम दिया गया है.


क्या है हीटवेब बीमा?


हीटवेव बीमा एक ऐसा बीमा है जो एक फिक्स्ड हाई टेंपरेचर होने पर पेमेंट करता है, ये एक रेगुलर बीमा से काफी अलग है. इसमें बीमा कंपनी घटना घटित होने पर सहमत राशि का भुगतान करती है. कंपनी तीसरे पक्ष के डेटा का उपयोग करके घटना की पुष्टि करती है, और एक बार सत्यापन हो जाने पर, कवर किया गया व्यक्ति दावा करने की थकाऊ और बहुत लंबी प्रक्रिया से गुजरे बिना तत्काल भुगतान के लिए पात्र होता है. गुजरात में एक संगठन ने महिला मजदूरों के लिये इस बीमा की शुरुआत की है.


महिलाओं के लिए कारगर


लगभग 50,000 महिलाओं को आईसीआईसीआई लोम्बार्ड इंश्योरेंस द्वारा पैरामीट्रिक बीमा कार्यक्रम के तहत नामांकित किया गया था. इन महिलाओं में से लगभग 46,000 महिलाओं को मई के महीने में कुल 3,40,000 का पेमेंट मिला था, जिससे वो अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रह सकीं, साथ ही दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने में भी सक्षम रहीं.


कौन चलाता है बीमा कार्यक्रम


बता दें स्व-नियोजित महिला संघ श्रमिक संघ इस बीमा कार्यक्रम को चलाता है. इस कार्यक्रम के प्रीमियम का कुछ हिस्सा कार्यक्रम में नामांकित महिलाओं द्वारा भुगतान किया जाता है और बाकी हिस्सा गैर-लाभकारी संस्था क्लाइमेट रेजिलिएंस फॉर ऑल द्वारा वहन किया जाता है. खास बात ये है कि इस योजना को अप्रैल 2025 तक चलने के लिए निर्धारित किया गया है. यदि ये आगे भी लाभकारी रही तो इसे आगे भी निरंतर किया जा सकता है.                                                                                                                                        


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