क्या होता है HRT थेरेपी, इससे कैसे बदल जाता है जेंडर
मेडिकल साइंस के जरिए आज बड़ी-बड़ी बीमारियों का इलाज संभव है. इतना ही नहीं HRT थेरेपी के जरिए लोग अपना जेंडर तक बदल सकते हैं. जानिए कैसे इस थेरेपी के जरिए लोग अपना जेंडर बदल सकते हैं.

मेडिकल साइंस आज बहुत तरक्की कर चुका है. आज से सालों पहले जिन सर्जरी या बीमारी का इलाज संभव नहीं था, आज उन बीमारियों का 100 फीसदी इलाज मुमकिन है. इतना ही नहीं सर्जरी के जरिए लोग जेंडर तक बदल रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे कि एचआरटी थेरेपी क्या है, जिसके जरिए लोग जेंडर बदल रहे हैं.
एचआरटी थेरेपी ?
सबसे पहले ये जानते हैं कि एचआरटी थेरेपी क्या है. बता दें कि हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एचआरटी) एक चिकित्सा उपचार है. इस थेरेपी का इस्तेमाल तब किया जाता है, जब शरीर पर्याप्त हार्मोन का उत्पादन नहीं कर पाता है. इसके अलावा डॉक्टर्स इस थेरेपी का इस्तेमाल ग्रोथ हार्मोन विकार, थायरॉयड समस्याएं, और लिंग परिवर्तन के लिए भी करते हैं. खासकर के किसी शख़्स का जेंडर चेंज करने के लिए जेंडर-अफर्मिंग हार्मोन थेरेपी (जीएएचटी) का सहारा लिया जाता है.
कैसे बदल सकता है जेंडर?
बता दें कि हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एचआरटी) के जरिए जेंडर बदला जा सकता है. इसमें स्त्रीलिंग या पुल्लिंग होता है, जो किसी शख़्स के जेंडर को तय करने के लिए उपयोग किया जाता है. इस थेरेपी में एस्ट्रोजन और एंटीएंड्रोजेन्स का उपयोग किया जाता है, जिसे अकेले या अन्य जेंडर-अफर्मिंग थेरेपी के साथ मिलाकर लिया जा सकता है. वहीं एस्ट्रोजन मुलायम त्वचा, हिप्स पर फैट, ब्रेस्ट डेवलपमेंट को बढ़ावा देता है. वहीं एंटीएंड्रोजन थेरेपी टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को रोकती है, मांसपेशियों की मात्रा, यौन इच्छा (लिबिडो), स्वतःस्फूर्त इरेक्शन, छोटे अंडकोष और चेहरे और शरीर के बालों की वृद्धि को धीमा करते हैं.
क्या है इसका नुकसान
इस थेरपी के कई नुकसान भी है. जैसे इसको कराने के बाद वीनस थ्रोम्बोएम्बोलिज्म, बांझपन, उच्च पोटैशियम, हाइपरट्राइग्लिसराइडेमिया, वजन बढ़ना, हृदय और मस्तिष्क संबंधी रोग, मेनिन्जियोमा, अत्यधिक पेशाब, डिहाइड्रेशन, पित्ताशय की पथरी, उच्च रक्तचाप, स्तंभन दोष, टाइप 2 मधुमेह, ऑस्टियोपोरोसिस, ऑस्टियोपेनिया, और हाइपरप्रोलैक्टिनेमिया का खतरा बढ़ सकता है.
इस क्रिकेटर ने कराया है जेंडर चेंज
गौरतलब है कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कोच संजय बांगड़ के बेटे आर्यन बांगड़ ने जेंडर चेंज कराया है. आर्यन ने लिंग परिवर्तन प्रक्रिया के बाद खुद को एक ट्रांसजेंडर महिला के रूप में पेश किया है. ये हार्मोनल रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) के जरिए हुआ है. इतना ही नहीं उन्होंने अपना नाम बदलकर ‘अन्या बांगड़’ रखा है. बता दें कि अन्या बांगड़ बाएं हाथ की बल्लेबाज हैं, जो इस्लाम जिमखान की तरफ से क्रिकेट खेलती हैं. उनके पिता कोच संजय बांगड़ भी इसी क्लब से खेला करते थे.
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