Hypersonic Weapon: कितने खतरनाक होते हैं हाइपरसोनिक हथियार? भारत के पास ऐसे कितने हथियार हैं
Hypersonic: हाइपरसोनिक हथियारों में स्क्रैमजेट इंजन लगा होता है. तेज रफ्तार के साथ इनकी कम ऊंचाई पर उड़ने की क्षमता इन्हे और खतरनाक बनाती है. आइए जानते हैं दुनिया में किन देशों के पास ऐसे हथियार हैं.
Hypersonic Weapon: आम भाषा में समझें तो हाइपरसोनिक हथियार का मतलब होता है ध्वनि की गति से 5 गुना ज्यादा स्पीड में चलने वाला हथियार. इन हथियारों की हवा में रफ्तार 6115 किलोमीटर प्रति घंटा होती है. अगर ये समुद्र से थोड़ी ही ऊपर 1220 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ते हैं तो इस पर हमला करना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है.
हाइपरसोनिक हथियार की यह खासियत होती है कि ये कम ऊंचाई पर भी उड़ सकते हैं. ये आसानी से भागते हुए टारगेट का पीछा कर उसपर हमला कर सकते हैं. इस प्रकार यह भागते हुए टारगेट को भी उसका पीछा करके ध्वस्त कर देता है. आइए जानते हैं ये कितने प्रकार के होते हैं? दुनिया के वे कौन-से देश है जिनके पास ये हथियार मौजूद हैं और भारत के पास ऐसे कितने हथियार हैं? पढ़िए इस खबर को पूरा.
कितने प्रकार के होते हैं हाइपरसोनिक हथियार?
मुख्यतः हाइपरसोनिक हथियार दो तरह के होते हैं. पहला होता है ग्लाइड व्हीकल्स, यानी जो हवा में तैर सकते हैं और दूसरा है क्रूज मिसाइल. इस समय दुनिया के सभी देशों का फोकस ग्लाइड व्हीकल्स पर है. इसके पीछे एक छोटी मिसाइल लगाई जाती है. फिर इस मिसाइल को मिसाइल लॉन्चर से छोड़ा जाता है. एक निश्चित दूरी के बाद मिसाइल अलग हो जाती है. उसके बाद ग्लाइड व्हीकल्स आसानी से उड़ते हुए अपने टारगेट पर हमला करता है. हाइपरसोनिक हथियारों में आमतौर पर स्क्रैमजेट इंजन लगा होता है, यह इंजन हवा में मौजूद ऑक्सीजन का उपयोग करके तेजी से उड़ता है.
किन देशों के पास हैं हाइपरसोनिक हथियार?
अमेरिका, चीन और रूस के पास इस समय हाइपरसोनिक हथियारों की सबसे अत्याधुनिक तकनीक मौजूद है. इसके अलावा, इन हथियारों को विकसित कर रहे देश हैं- फ्रांस, जर्मनी , भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और उत्तर कोरिया. रूस के पास इस समय एवनगार्ड हाइपरसोनिक हथियार मौजूद है, इसे ICBM मिसाइल में लगाकर लॉन्च किया जाता है. रूस ने साल 2019 में इस हथियार को अपनी सेना शामिल कर लिया था. चीन के पास दो हाइपरसोनिक हथियार होने की संभावना जताई जाती है. इनमें से एक DF-ZF और दूसरा DF-17 है. अमेरिका के पास हाइपरसोनिक हथियार होने की खबरें भी अक्सर आती रहती हैं.
भारत के हाइपरसोनिक हथियार
भारत हाइपरसोनिक ग्लाइडर हथियार बनाने पर काम कर रहा है. भारत इसका परीक्षण भी कर चुका है. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने साल 2020 में मानव रहित स्क्रैमजेट का हाइपरसोनिक स्पीड फ्लाइट का सफल परीक्षण किया था. इसे हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर व्हीकल (HSTDV) कहते हैं. हाइपरसोनिक एक स्पीड फ्लाइट के लिए मानव रहित स्क्रैमजेट प्रदर्शन विमान है जो विमान 6126 से 12251 किमी प्रतिघंटा की तेज रफ्तार से उड़ सकते हैं उन्हें हाइपरसोनिक कहते हैं.
भारत के एचएसटीडीवी (HSTDV) के परीक्षण का समय 20 सेकंड से भी कम था. हालांकि, फिलहाल इसकी गति तकरीबन 7500 किलोमीटर प्रति घंटा थी, लेकिन भविष्य में इसे घटाया या बढ़ाया भी जा सकता है. इस यान से दुश्मन पर पलक झपकते ही बम गिराए जा सकते हैं.
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