Mosquito Killing Liquid: घरों में रहने वाले मच्छरों से सभी परेशान रहते हैं. मच्छरों से डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बहुत सी बीमारियां भी फैलती हैं. इसीलिए इनको मारने वाले उत्पाद लगभग सभी घरों में पाए जाते हैं. पुराने समय में मच्छरों को नीम आदि की पत्तियों से धुआं करके भगाया जाता था. इसके अलावा, मच्छरों से बचने के लिए कॉइल, स्प्रे, क्रीम और लिक्विड जैसे उत्पाद बाजार में उपलब्ध हैं. मच्छर भगाने वाली बिजली की मशीन आजकल बहुत प्रचलित है. इसमें एक रिफिल लगा होता है. जिसमें मच्छरों को मारने वाला लिक्विड भरा होता है. क्या आप जानते हैं ये लिक्विड क्या होता? ये किन चीजों से बना होता है? आइए जानते हैं.


लगभग 95% होता है मिट्टीतेल 


आप को जान कर हैरानी होगी कि आप घरों में मच्छरों को भागने लिए जो बिजली वाली मशीन इस्तेमाल करते हैं उसके रिफिल का लिक्विड पदार्थ जो होता है, वह 96.4% मिट्टी का तेल होता है. अब आप सोच रहे होंगे कि मिट्टी का तेल तो सस्ता होता है, फिर ये Liquid इतना महंगा क्यों बिकता हैं? दरअसल, इस लिक्विड में मिट्टी के तेल के अलावा कई और केमिकल भी होते हैं, लेकिन यह बहुत कम मात्रा में होते हैं.


कौन से पदार्थ मिले होते हैं?


मच्छर डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी घातक बीमारियों के वाहक होता है. मच्छर हमारे लिए एक गंभीर स्वास्थ्य खतरा पैदा करते हैं. मच्छरों से बचने के लिए तैयार किए गए कई विषैले और गैर विषैले तरीकों में से Mosquito Repellents सबसे अधिक आर्थिक और व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला उत्पाद है.


मच्छर मरने वाले लिक्विड में मुख्य रूप से ये पदार्थ पाए जाते हैं -



  • इस लिक्विड में सबसे ज्यादा मात्रा में सुगंधित मिट्टी का तेल होता है. यह पूरे लिक्विड के आयतन का लगभग 96.4% होता है.

  • मिट्टी के तेल के बाद इसमें ट्रांसफ़्लुथ्रिन नामक कीटनाशक होता है. जो इस लिक्विड का लगभग 1.6% होता है.

  • इसके अलावा इसमें ब्यूटेट हाइड्रॉक्सिलोलिन भी होता है, जिसकी मात्रा 1.0% होती है.

  • आखिर में इस लिक्विड में मिले होते हैं बेंज़िल एसिटल, सिट्रोनेलोल और डाइमिथाइल ऑक्टैडिलीन आदि. ये इस लिक्विड के आयतन के कुल 1.0% हिस्से में होते हैं.


इन सभी रसायनों को एक साथ मिलाकर सुगंधित मिट्टी तेल में घोल दिया जाता है, ताकि ताप मिलने पर इन्हें आसानी से वाष्पीकृत किया जा सके. जब मशीन को बिजली के सॉकेट में लगाकर चालू किया जाता है तो लिक्विड में पड़ी रॉड गरम होकर इसको धीरे-धीरे वाष्पीकृत करता है. जिसके बाद यह पूरे कमरे में फैल कर मच्छरों का खात्मा करता है.


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