इस जगह को क्यों कहते हैं भारत का ठंडा रेगिस्तान, कितना होता है तापमान
क्या आप जानते हैं कि भारत में किस जगह को ठंडा रेगिस्तान कहते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि भारत का ठंडा रेगिस्तान कहां पर है और यहां का तापमान कितना रहता है.
भारत आज दुनियाभर में पर्यटन का एक मुख्य आकर्षण बनता जा रहा है. हर साल दुनियाभर से लाखों पर्यटक भारत घूमने के लिए आते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत का ठंडा रेगिस्तान किसको कहा जाता है और यहां का तापमान कितना होता है? आज हम आपको बताएंगे कि भारत का ठंडा रेगिस्तान किस जगह पर है.
रेगिस्तान
रेगिस्तान का नाम आते है दिमाग में सबसे पहले राजस्थान आता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि असल में रेगिस्तान का मतलब क्या होता है. बता दें कि रेगिस्तान किसी भी रूप में हो सकता है. यानी रेगिस्तान में रेत से लेकर बर्फ तक भी हो सकती है. वैज्ञानिकों के मुताबिक रेगिस्तान की परिभाषा यह है कि जिस इलाके में साल भर में 25 सेंटीमीटर यानी 9.8 इंच से कम बारिश होती है, उसे रेगिस्तान की श्रेणी में गिना जाता है.
भारत का ठंडा रेगिस्तान
लद्दाख को भारत का कोल्ड डेजर्ट यानी ठंडा रेगिस्तान भी कहा जाता है. यहां जाना किसी भी टूरिस्ट के लिए कभी नहीं भूलने वाला एक्सपीरियंस होता है. लद्दाख में हर साल औसतन 25 दिन ही बारिश होती है. जिसमें मात्र लगभग 9 mm बारिश ही गिरती है. इतनी कम बारिश होने के कारण लद्दाख को रेगिस्तान के क्राइटेरिया में रखा जाता है. इसीलिए लद्दाख को ठंडा रेगिस्तान भी कहा जाता है.
लद्दाख टूरिस्ट प्लेस
लद्दाख भारत का केंद्रशासित प्रदेश है. हर साल यहां पर भारत समेत विदेशों से भी पर्यटक घूमने के लिए आते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लद्दाख में सबसे ज्यादा टूरिस्ट किन जगहों पर जाना पसंद करते हैं. लद्दाख जाने का सबसे अच्छा समय गर्मियों के मौसम में अप्रैल से जुलाई के बीच होता है. इस दौरान लद्दाख का तापमान 15 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है. इसके अलावा आप सितंबर से अक्टूबर के बीच भी यहां जा सकते हैं.
लेह लद्दाख में घूमने की जगह
पैंगोंग लेक
लद्दाख का पैंगोंग लेक काफी फेमस है. ये 12 किलोमीटर लंबा है और तिब्बत तक फैला हुआ है. ये लेक अपनी नेचुरल ब्यूटी के कारण दुनियाभर में फेमस है.
लेह पैलेस
लेह पैलेस 9 मंजिला इमारत है. ये महल पूरे शहर में फेमस है. इसे सेंगगे नामग्यासने बनवाया था. यहां से आपको पूरा शहर एक व्यू में नजर आ सकता है.
गुरुद्वारा पत्थर साहिब
गुरुद्वारा पत्थर साहिब सेना के लोगों के बीच काफी फेमस है. यहां एक अचल पत्थर है, जिसे गुरु नानक जीस का एक इमेज माना जाता है. इस जगह को काफी शुभ माना जाता है और इसलिए यहां आने वाले पर्यटक यहां के दर्शन जरूर करते हैं.
खारदुंगला पास
खारदुंगला पास दर्रा सियाचिन ग्लेशियर के बिलकुल पास है. ये नेचुरल ब्यूटी के लिए जाना जाता है. यहां पहुंचकर आपको लग सकता है कि आप दुनिया के अलग ही कोने में हैं.
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