NCR क्या होता है? इसमें कौन-कौन से जिले आते हैं और इसके क्या फायदे हैं? यहां जानिए
Delhi NCR में आने वाले क्षेत्रों का शहरीकरण स्तर 62.6% है, जिसमें दिल्ली प्रदेश सहित उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान राज्यों के कई निकटतम जिले शामिल हैं. आइए जानते हैं विस्तार से...
Delhi NCR : अक्सर आपने ख़बरों में दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) के बारे में सुना होगा. यह शब्द सुनकर आपके मन में NCR को लेकर कई सवाल उठते होंगे. जैसे NCR क्या होता है? NCR का पूरा नाम क्या है? NCR में कितने शहर या जिले शामिल हैं इत्यादि. अगर आप अभी तक इन सवालों के जवाब नहीं जानते हैं, तो आज इस खबर के माध्यम से हम आपको NCR से जुड़ी सभी जानकरियां बताएंगे. जिन्हें पढ़ने के बाद आपको NCR से जुड़े अपने सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे. तो चलिए जानते हैं एनसीआर के बारे में...
NCR क्या है?
एनसीआर (NCR) का पूरा नाम NATIONAL CAPITAL REGION यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र है. इस महानगरीय क्षेत्र है में पूरे दिल्ली प्रदेश सहित उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान राज्यों के कई निकटतम जिले शामिल हैं. यही कारण है कि दिल्ली के पड़ोसी राज्यों के नजदीकी क्षेत्रों को Delhi NCR के नाम से पुकारा जाता है. NCR में ग्रामीण और शहरी दोनो क्षेत्र शामिल हैं. इस क्षेत्र का शहरीकरण स्तर 62.6% है, जिसमें शहरों और कस्बों के साथ-साथ जंगल, अरावली पर्वत, वन्यजीव और पक्षी अभयारण्य जैसे पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र भी शामिल किए गए हैं. NCR का कुल क्षेत्रफल 55,083 वर्ग किमी है.
NCR क्यों बनाया गया?
सन 1962 में दिल्ली से जनसंख्या दबाव को कम करने के लिए दिल्ली के पहले मास्टर प्लान के दिल्ली और उसके आसपास के शहरों को एनसीआर में शामिल करके एक बड़ा क्षेत्र बनाने का सुझाव प्रस्तुत किया गया. इस प्लान में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और निकटतम नगर गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गाँव, बल्लभगढ़, बहादुरगढ़ और लोनी सहित कुछ ग्रामीण क्षेत्रों को भी शामिल किया गया था.
सन 1985 में National Capital Region Planning Board Act of 1985 (1985 का राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड अधिनियम) के तहत NCR और इसका प्लानिंग बोर्ड बनाया गया. अब दिल्ली महानगरीय क्षेत्र को NCR (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के नाम से पहचाना जाने लगा और हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ अन्य जिलों को शामिल कर एरिया का विस्तार किया गया.
NCR का एरिया
एनसीआर के दायरे में आने वाले एरिया में पूरी दिल्ली के साथ पड़ोसी राज्यों के कुछ शहर और गाँव शामिल हैं. दिल्ली का कुल क्षेत्र 1,483 वर्ग किलोमीटर है, जो कुल एनसीआर का कुल 2.69% है. एनसीआर में शामिल सभी राज्यों के जिलों के नाम आप नीचे पढ़ सकते हैं.
NCR में शामिल हरियाणा राज्य के जिले
एनसीआर में हरियाणा राज्य के कुल 14 जिले आते हैं, जिनका क्षेत्रफल 25,327 वर्ग किलोमीटर है. इन जिलों की लिस्ट नीचे दी गई है.
- फरीदाबाद
- गुरुग्राम
- रोहतक
- झज्जर
- नुह
- रेवाड़ी
- पलवल
- सोनीपत
- पानीपत
- भिवानी
- चरखी दादरी
- महेंद्रगढ़
- जींद
- करनाल
NCR में शामिल उत्तर प्रदेश राज्य के जिले
एनसीआर में उत्तर प्रदेश राज्य के कुल 8 जिले आते हैं, जिनका क्षेत्रफल 14,826 वर्ग किलोमीटर है. इन जिलों के लिस्ट के नाम नीचे दिए गए हैं.
- मेरठ
- गाज़ियाबाद
- गौतम बुद्ध नगर
- बागपत
- बुलंदशहर
- हापुड़
- शामली
- मुजफ्फरनगर
NCR में शामिल राजस्थान राज्य के जिले
राजस्थान राज्य के केवल दो जिलों को NCR में शामिल किया गया है, जिनका क्षेत्रफल 13,447 वर्ग किलोमीटर है. इन जिलों के नाम आप नीचे पढ़ सकते हैं.
- अलवर
- भरतपुर
Delhi NCR के फायदे
- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड (NCRPB) की बनाई गई क्षेत्रीय योजना के तहत क्षेत्रों को बेहतर योजना मिलती है.
- एनसीआर का हिस्सा होने की वजह से क्षेत्र में निवेश की गतिविधियां बढ़ जाती है.
- समूचे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लिए परिकल्पित बुनियादी ढांचा योजनाओं में शामिल होने की वजह से बुनियादी ढांचे का विकास होता है.
- NCR में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं होती हैं.
- क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है.
- क्षेत्र में बेहतर बिजली-पानी की सुविधाएं होती हैं.
- रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) और बेहतर सड़कों से दिल्ली के साथ बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान की जाती है.
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