जब भी कोई शादी ब्याह का मामला होता है तो हर व्यक्ति फूंक-फूंककर कदम उठाता है, लेकिन आप कहीं बाहर सामान खरीदने या कोई काम करने जाएं और कुछ समय बाद पाएं कि आपकी शादी हो चुकी है तब क्या हो? दरअसल हाल ही में बिहार के भागलपुर से एक ऐसा ही मामला सामने आया. जहां चिकन खरीदने गए एक जवान का जबरन पकड़ौआ विवाह करा दिया गया. बिहार से अक्सर इस तरह की खबरें सामने आती रहती हैं, जो आप भी सुनते रहते होंगे. ऐसे में आपके मन में एक सवाल जरुर आता होगा कि आखिर ये पकड़ौआ विवाह है क्या? तो चलिए आज जान लेते हैं.


क्या होता है पकड़ौआ विवाह?


बिहार के भागलपुर में एक होमगार्ड जवान जब चिकन लेने गया तो उसे किडनैप कर लिया गया. वहां से उसे 100 किलोमीटर दूर ले जाया गया और 4 घंटे बाद लोगों को पता चला कि अब वो शादी के बंधन में बंध चुका है. शायद ही होमगार्ड जवान सुमित नवगछिया ने कभी ये सोचा हो कि वो चिकन की जगह घर पर अपनी बीबी लाएगा. इससे पहले सुमित न उस लड़की को जानता था न ही उसके घर वालों को. दरअसल सुमित पकड़ौआ विवाह की चपेट में आ चुका था. जो बिहार के लोगों के लिए बड़ी बात भी है और छोटी भी. अब आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर ये पकड़ौआ विवाह होता क्या है?


तो बता दें कि बिहार के लड़कों में अक्सर पकड़ौआ विवाह का डर बना रहता है. ज्यादातर सरकारी नौकरी वाले लड़कों को ये डर सताता है. पकड़ौआ विवाह में लड़के की मर्जी पूछी नहीं जाती. लड़का सरकारी नौकरी कर रहा है या उसे नौकरी मिली इसकी भनक लगने के बाद उसके पास कुछ अंजान लोग आते हैं और उसे जबरन अपने साथ लेकर जाते हैं. इस दौरान यदि लड़का विरोध करने की कोशिश करता है तो उसे डराने के लिए मारा-पीटा भी जाता है. उसके बाद उसकी शादी ऐसी लड़की से करा दी जाती है जिसको न कभी उसने देखा है और न ही वो उसे जानता है. शादी के कुछ दिन बीत जाने के बाद लड़के को उसके घर जाने दिया जाता है और वहां पहुंचकर वो अपने परिवार को शादी की बात बताता है. इस तरह की शादी को पकड़ौआ विवाह कहा जाता है.


कब से चलन में आया पकड़ौआ विवाह?


रिपोर्ट्स की मानें तो साल 1970 और 80 के दशक में बिहार में इस तरह की शादी बड़ी संख्या में कराई जाती थी. वहीं बिहार के कुछ ऐसे जिले थे जहां पर लड़कों का जबरन पकड़ौआ विवाह करा दिया जाता था. पकड़ौआ विवाह शादी-ब्याह के सीजन में सबसे ज्यादा होते थे. ये शादियां बिहार में ज्यादा दहेज की मांग और अच्छे लड़के न मिलने के चक्कर में होती थीं. इस तरह की शादी में लड़की के घर वाले किसी अच्छे और सरकारी नौकरी करने वाले लड़के को देखते हैं और फिर उसकी रेकी करवाकर उसे उठा लेते हैं और अपनी लड़की से उसकी शादी करवा देते हैं. ऐसे में लड़के को जबरन लड़की को अपने घर में रखने के लिए भी मजबूर किया जाता है. ये चलन आज भी है. जो बीच-बीच में सामने आता रहता है.


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