दुनियाभर के लगभग देशों में चाय सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है. भारत में तो करोड़ों लोगों की सुबह और शाम चाय से ही होती है. भारत के अलावा भी बहुत सारे देश हैं, जहां चाय सबसे ज्यादा पीये जाने वाला पेय पदार्थ है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चाय को हिंदी में क्या कहते हैं. आज हम आपको चाय का हिंदी शब्द बताएंगे. 


चाय


चाय दुनियाभर में सबसे ज्यादा पीया जाने वाला पेय पदार्थ है. भारत में सबसे ज्यादा दूध वाले चाय को पसंद किया जाता है. ऐसे यूरोप के देशों में लोग ब्लैक टी ज्यादा पसंद करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चाय शब्द कहां से आया था और इसका हिंदी क्या है. 


चाय शब्द कहां से आया 


हिंदी भाषा में बहुत सारे ऐसे शब्द हैं, जिनके बारे में हम नहीं जानते हैं. ऐसा ही एक शब्द चाय है. इस शब्द की उत्पत्ति के बारे में कम ही लोग जानते हैं. हालांकि ज्यादातर लोगों को लगता है कि चाय का आविष्कार भारत में ही हुआ है. लेकिन ये सच नहीं है. दुनियाभर में चाय के लिए 'चाय' और 'टी' दो ऐसे शब्द हैं, जिसका इस्तेमाल इस पेय पदार्थ के लिए करते हैं. ये दोनों शब्द एक ही भाषा से आए हैं, जिन्हें दुनिया भर में इस पॉपुलर पेय के लिए इस्तेमाल किया जाता है.


बता दें कि चाय मूल रूप में चीन में बोली जाने वाली मंडेरियन भाषा का शब्द है. इस चीन में "cha (茶)" कहते हैं. ये कोरिया और जापान में भी ऐसे ही कहा गया और जहां भी ये शब्द पहुंचा, उसे चाय ही पुकारा जाता है.


वहीं चाय को पारसी में "Chaye" कहा जाता है, जो उर्दू में चाय बन गया है. अरबी में इसे 'Shay', रूसी में "Chay"स्वाहिली भाषा में इसे 'Chai' कहते हैं. इसी तरह Tea को भी अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है. इसके अलावा अंग्रेज़ी का टी शब्द भी चीन से ही निकला है. दरअसल चीन के एक इलाने में मिन नान भाषा बोली जाती है, जहां '茶' का उच्चारण 'te'होता है. यहां व्यापार के लिए आने वाले लोग इसे टी बोलने लगे और ये बाकी जगहों पर टी बोला गया है.


चाय को हिंदी में क्या कहते?


अब सवाल ये है कि चाय को हिंदी में क्या कहते हैं? बता दें कि चाय को हिंदी में ‘दुग्ध जल मिश्रित शर्करा युक्त पर्वतीय बूटी’ कहा जाता है. इसे संस्कृतनिष्ठ हिंदी में ऊष्णोदक भी कह सकते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि इस शब्द को बोलने में तो जबान लड़खड़ा जाएगा. इसलिए चाय बोलना ही ठीक है. 


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