कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर की घटना के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल जारी है. आज 17 अगस्त शनिवार को 8वां दिन है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी आज सुबह 6 बजे से कल सुबह 6 बजे तक यानी 24 घंटे के लिए बंद की घोषणा की है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश में सरकार ने निर्भया फंड बनाया था, आज हम आपको बताएंगे कि इसका इस्तेमाल कैसे होता है. 


निर्भया फंड  


बता दें कि 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में हुए निर्भया कांड के बाद महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनाने के कई दावे किये गये थे. साल 2013 में केंद्र सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए निर्भया फंड बनाया था, जिसका मकसद राज्यों को महिलाओं की सुरक्षा को पुख्ता करना था. लेकिन पैरामेडिकल की स्टूडेंट से गैंगरेप के बाद बनाए गए ‘निर्भया फंड’  की 9 हजार करोड़ रुपये की धनराशि का इस्तेमाल नहीं हो पाया है.


निर्भया फंड में कितना धन


जानकारी के मुताबिक निर्भया फंड बनने से लेकर 2021-22 तक  कोष के तहत कुल आवंटन 6,000 करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है, जिसमें 2022 तक 4,200 करोड़ रुपये का ही अब तक इस्तेमाल हो पाया है.


कब इस्तेमाल होता है ‘निर्भया फंड’


2012 में दिल्ली में हुए दुष्कर्म और हत्याकांड के बाद महिलाओं की सुरक्षा के लिए निर्भया फंड बनाया गया था. इन पैसों का इस्तेमाल महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार और अपराध से निपटने के लिए किया जाता है. इसका मकसद पीड़ित महिलाओं को सुरक्षा देना है. अब तक निर्भया फंड में मिले पैसों का इस्तेमाल वन स्टॉप सेंटर बनाने से लेकर सेफ्टी टूल्स बनाने, फास्ट-ट्रैक कोर्ट बनाने और यौन उत्पीड़न के मामलों के लिए फोरेंसिक किट खरीदने के लिए किया गया है.


‘निर्भया फंड’ की स्थिति


रिपोर्ट्स के मुताबिक  निर्भया फंड के लिए सरकार ने इसमें 6212 करोड़ रुपये दिये थे. इसमें से दो तिहाई यानी 4212 करोड़ रुपये मंत्रालय और अलग-अलग विभागों को दिया गया है. इसके साथ ही निर्भया फंड का 73% गृह मंत्रालय को भेजा गया है. रिपोर्ट के मुताबिक निर्भया फंड के नोडल अथॉरिटी महिला और बाल विकास मंत्रालय ने दिए गए बजट का महज 20% ही इस्तेमाल किया है.


वित्त वर्ष 2023-24


बता दें कि सरकार ने निर्भया फंड को लेकर जानकारी देते हुए बताया था कि 2023-24 तक 7,212.8 करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे. वहीं विभागों द्वारा निर्भया फंड से जारी और उपयोग की गई राशि 5,118,9 करोड़ रुपये हैं, जो कुल आवंटन का 70 फीसदी है. 


निर्भया फंड का क्यों नहीं हुआ इस्तेमाल?


निर्भया फंड के इस्तेमाल को लेकर जब राज्यों से सवाल पूछा गया तो एक अधिकारी ने कहा कि फंड के इस्तेमाल नहीं हो पाने के कई कारण हैं. सबसे पहले तो अधिकारियों से जरूरी अप्रूवल हासिल करने में समय बहुत लग जाता है. इसके अलावा कॉन्ट्रैक्ट का प्रोसेस काफी लंबा है. 


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