रक्षबंधन के मौके पर ब्लू मून का नजारा देखने को मिलने वाला है. कई लोगों को रात के समय सुंदर से चांद को निहारना पसंद होता है. ऐसे में कई बार हम देखते हैं कि चांद धरती से हर दिन अलग ही नजर आता है. वहीं पूर्णिमा के दिन चांद पूरा दिखाई देता है. कई बार चांद लाल रंग में चमकता हुा नजर आता है तो वहीं कई बार बहुत बड़ा लगता है. दरअसल चांद के इन चरणों को ब्लू मून, ब्लड मून और सुपरमून कहा जाता है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर ये होता क्या है.
क्या होता है ब्लड मून?
ब्लड मून का एक मतलब इसकी लाल चमकता हुआ चंद्रमा होता है. यह ब्लड मून पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान होता है. पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान, पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच में आ जाती है. इससे चंद्रमा सूर्य की रोशनी से छिप जाता है.
जब ऐसा होता है, तो चंद्रमा की सतह तक पहुंचने वाली एकमात्र रोशनी पृथ्वी के वायुमंडल के किनारों से होती है. पृथ्वी के वायुमंडल से हवा के अणु अधिकांश नीली रोशनी को बिखेर देते हैं. शेष प्रकाश लाल चमक के साथ चंद्रमा की सतह पर बदलता है, जिससे चंद्रमा रात के आकाश में लाल दिखाई देता है. ब्लड मून नाम का इस्तेमाल कभी-कभी उस चांद के लिए भी किया जाता है जो आसमान में धूल, धुएं या धुंध के कारण लाल दिखाई देता है और ये शरद ऋतु के पूर्ण चन्द्रमाओं में से एक हो सकता है जब पत्तियां लाल हो रही होती हैं.
क्या होता है सुपरमून?
सुपरमून हमें रात के आसमान में सामान्य से बड़ा चंद्रमा दिखाई देता है. सुपरमून सिर्फ इसलिए बड़ा दिखाई देता है क्योंकि ये पृथ्वी के थोड़ा करीब होता है. सुपरमून महज एक उपनाम है जिसे खगोलविद पेरिगियन पूर्णिमा कहते हैं, एक ऐसा चंद्रमा जो पूर्ण होता है और पृथ्वी के चारों ओर अपनी कक्षा में अपने सबसे निकटतम बिंदु पर होता है.
क्या होता है ब्लू मून?
जब आप किसी को ये कहते हुए सुनते हैं, एक बार नीले चांद में … तो आप जानते हैं कि वे किसी दुर्लभ चीज के बारे में बात हो रही है. नीला चाद नीले रंग का नहीं होता. असल में नीला चांद एक नियमित, मासिक पूर्णिमा से अलग नहीं दिखता है.
बल्कि ब्लू मून इसलिए खास है क्योंकि यह चार पूर्णिमा वाले मौसम में अतिरिक्त चंद्रमा है. ऐसा आमतौर पर हर ढाई साल में ही होता है। 1940 के दशक से ब्लू मून शब्द का इस्तेमाल कैलेंडर महीने में दूसरी पूर्णिमा के लिए भी किया जाता है. ऐसा आमतौर पर हर ढाई साल में ही होता है.
हार्वेस्ट मून क्या होता है?
हार्वेस्ट मून शब्द का अर्थ है पूर्ण, चमकीला चंद्रमा जो शरद ऋतु की शुरुआत के सबसे पास होता है. ये नाम बिजली से पहले के समय से है, जब किसान देर रात तक अपनी फसल काटने के लिए चंद्रमा की रोशनी पर निर्भर थे. चंद्रमा की रोशनी विशेष रूप से पतझड़ के दौरान जरुरी थी, जब फसल सबसे बड़ी होती है.
इस तरह से ये चंद्रमा के ये सभी प्रकार एक-दूसरे से अलग होते हैं.
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