सिंगल मॉल्ट और डबल मॉल्ट शराब में क्या अंतर होता है?
क्रिसिल सर्वे कंपनी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में देश में बिकी कुल शराब का तकरीबन 45 फीसदी सेवन हुआ था.
भारत में शराब पीने वालों की संख्या करोड़ों में है. यही वजह है कि भारत सरकार और तमाम राज्य सरकारें शराब पर लगाए गए कर से हर साल अपना खजाना भरती हैं. हालांकि, आज हम शराब के कर पर नहीं बल्कि इस पर बात करेंगे कि आखिर ये सिंगल मॉल्ट और डबल मॉल्ट शराब होती क्या है. इनमें अंतर क्या होता है और इन्हें बनाने के लिए किन तरीकों का इस्तेमाल होता है. इसके साथ ही आपको ये भी बताएंगे कि आखिर भारत के किस राज्य के लोग सबसे ज्यादा शराब पीते हैं.
क्या होती है सिंगल मॉल्ट शराब
सिंगल मॉल्ट शराब या सिंगल मॉल्ट व्हिस्की सबसे प्रीमियम मानी जाती है. इसे बनाने के लिए मक्का या गेहूं का इस्तेमाल किया जाता है. इसके साथ ही इसका उत्पादन सिंगल डिस्टिलरी में किया जाता है. वहीं इस शराब को बनाने के लिए सिर्फ एक अनाज का प्रयोग किया जाता है. यानी इसमें मिलावट नहीं की जाती. यही वजह है कि ये शराब महंगी होती है और सबसे उम्दा किस्म की मानी जाती है. सिंगल मॉल्ट व्हिस्की सबसे ज्यादा स्कॉटलैंड में बनती है.
डबल मॉल्ट शराब कैसे बनती है
डबल मॉल्ट शराब को बनाने के लिए दो तरह के अनाज का इस्तेमाल किया जाता है. इसके साथ ही इसे दो डिस्टलरी की मदद से तैयार किया जाता है. यही वजह है कि ये शराब सिंगल मॉल्ट के मुकाबले सस्ती बिकती है. वहीं स्वाद की बात करें तो सिंगल मॉल्ट शराब का स्वाद लाइट होता है, जबकि डबल मॉल्ट शराब का स्वाद काफी हार्ड होता है. इसे पीने के बाद आप काफी देर तक इसके स्वाद को महसूस कर पाएंगे.
किस राज्य के लोग सबसे ज्यादा शराब पीते हैं
क्रिसिल सर्वे कंपनी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में देश में बिकी कुल शराब का तकरीबन 45 फीसदी सेवन हुआ था. इसमें सबसे ज्यादा शराब की खपत वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ का नाम सबसे पहले नंबर पर आता है. लगभग 3 करोड़ जनसंख्या वाले छत्तीसगढ़ की तकरीबन 35.6 फीसदी आबादी शराब का सेवन करती है. वहीं त्रिपुरा का नाम इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है. त्रिपुरा में लगभग 34.7 प्रतिशत लोग शराब का सेवन करते हैं. सबसे बड़ी बात कि इनमें से करीब 13.7 फीसदी लोग नियमित रूप से शराब का सेवन करते हैं. वहीं तीसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश है. यहां लगभग 34.5 प्रतिशत लोग शराब का नियमित रूप से सेवन करते हैं.
डिस्केलमर: (शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. यहां दी गई जानकारी आपको किसी भी प्रकार से शराब पीने के लिए प्रेरित नहीं कर रही है.)
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