भारत सहित दुनिया के कई देशों में समय के साथ गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. मौसम विभाग की मानें तो इस बार जलवायु परिवर्तन या अल निनो के असर के चलते गर्मी के कई रिकॉर्ड टूट सकते हैं. ऐसे में आपके मन में एक सवाल ज़रूर उठा होगा कि आख़िर इंसान का शरीर कितनी गर्मी झेल सकता है.
यदि स्वस्थ्य मनुष्य के शरीर के तापमान की बात करें तो उसके शरीर का सामान्य तापमान 37°C होता है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि भारत में आख़िर एक इंसान अधिकतम कितना तापमान झेल सकता है और एक व्यक्ति के शरीर का तापमान ज़्यादा से ज़्यादा कितना हो सकता है.
कितना हो ज़्यादा हो सकता है इंसान के शरीर का तापमान?
यदि मनुष्य स्वस्थ्य है तो उसके शरीर का तापमान 37°C हो सकता है. वहीं लू लगने से पहले की स्थिति में उसके शरीर का तापमान 41°C या इससे ज़्यादा हो सकता है. ये बहुत ही घातक स्थिति होती है, जिसे यदि नियंत्रित नहीं किया गया और उसका इलाज नहीं करवाया गया तो व्यक्ति की मौत भी हो सकती है. इसी कारण हर साल गर्मी के मौसम में लू लगने से मौतों की ख़बरें सुनने में आती हैं.
कितने तापमान में मानव शरीर को होने लगती है परेशानी?
भारत में जिस तापमान में लोग रहते हैं उसके हिसाब से देखा जाए तो 40 °C से ज़्यादा तापमान व्यक्ति के शरीर में परेशानी शुरू कर सकता है. यदि भारतीय मौसम के मुताबिक़ देखा जाए तो यदि तापमान 50 °C से ज़्यादा होता है तो वो जानलेवा साबित होगा. वहीं इंसान के शरीर के लिए आदर्श तापमान की बात करें तो कई अध्ययनों के अनुसार वो 36 से 37.5 हो सकता है.
मौसम के अनुसार तय होता है तापमान
कोई व्यक्ति अधिकतम कितना तापमान झेल सकता है ये इस पर निर्भर करता है कि वो व्यक्ति किस देश में रह रहा है और वहां का मौसम कैसा है. जैसे भारत में लोग अधिकतम 45 डिग्री सेल्सियस तापमान झेल सकते हैं तो वहीं ब्रिटेन जैसे देशों में 25-30 डिग्री सेल्सियस तापमान भी भीषण गर्मी माना जाता है. इन सभी चीजों के अलावा व्यक्ति के शरीर में तापमान झेलने की शक्ति उसकी सेहत पर भी निर्भर करती है.
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