स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले की प्राचीर से जब पीएम मोदी बोल रहे थे तो उन्होंने कहा कि जब भारत आजादी के 100 साल पूरे करेगा तब वह एक विकसित देश के तौर पर झंडा फहराएगा. यानी 2047 में भारत विकसित देश बन जाएगा. दरअसल, दुनियाभर के देशों को संयुक्त राष्ट्र ने दो हिस्सों में विभाजित किया है. इसमें एक हैं विकसित देश और  दूसरे हैं विकासशील देश. कोई भी देश कब विकसित देश कहलाएगा और कब तक विकासशील देश बना रहेगा. इसे तय करने के लिए कुछ मापदंड हैं. आज इस आर्टिकल में हम आपको इन्हीं मापदंडों के बारे में बताएंगे.


कोई देश विकसित देश कब बनता है?


विकसित देशों की परिभाषा बहुत आसान है. जब कोई देश इंडस्ट्रलाइज्ड हो, वहां के लोग हाई मेंटेनेंस लाइफ जीते हो, विकसित अर्थव्यवस्था हो और अन्य विकसित देशों की तरह उसके पास भी उन्नत तकनीक हो इसके साथ प्रति व्यक्ति आय भी अन्य विकसित देशों की तरह हो तो उसे विकसित देश मान लिया जाता है. हालांकि, इसके अलावा भी कई टेक्निकल टर्म होते हैं, जिन पर खरा उतरने के बाद ही किसी देश को विकसित देश का तमगा संयुक्त राष्ट्र की ओर से मिलता है.


कौन से देश विकसित हैं?


संयुक्त राष्ट्र के हिसाब से फिलहाल दुनिया में 11 देश विकसित हैं. इनमें पहला नाम नॉर्वे का आता है, क्योंकि नॉर्वे दुनिया में सबसे अधिक विकसित लोकतांत्रिक और न्यायिक देश है. इसके बाद नाम आता है अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, जर्मनी, कनाडा, फ्रांस, रूस, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन और स्विटजरलैंड जैसे देशों का.


भारत की वर्तमान आर्थिक स्थिति क्या है?


किसी भी देश को विकसित बनने के लिए सबसे पहले अर्थव्यवस्था पर काम करना होता है. इसकी जानकारी पता लगती है किसी भी देश की जीडीपी से. इस वक्त सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका है. जबकि दूसरे नंबर पर चीन, और पांचवें नंबर पर भारत है. आईएमएफ के मुताबिक, भारत की जीडीपी इस वक्त 3.74 ट्रिलियन डॉलर है. हालांकि, भारत का लक्ष्य है कि वह अगले साल तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी.


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