ब्रह्मांड में कितने अरब-खरब तारे है. लेकिन हम अपनी आंखों की क्षमता से सिर्फ कुछ हजार तारे ही देख पाते है. लेकिन कभी आपने सोचा है कि एक तारा जब दूसरे तारे से टकराता है, तो क्या होता है. दरअसल नासा के वैज्ञानिकों ने जेम्स वेब टेलीस्कोप के जरिए अंतरिक्ष में एक विशालकाय तारे की फोटो खींची है. यह फोटो लुभावनी फोटो सुपरनोवा अवशेष कैसिओपिया ए (कैस ए) तारे की है, जिसमें महाविस्फोट हुआ है. 


नासा के मुताबिक यह फोटो पहले व्हाइट हाउस के कैलेंडर का एक हिस्सा था. इसको छुट्टियों के मौसम के जादू, आश्चर्य और खुशी को उजागर करने के लिए अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन ने लॉन्च किया था. बता दें कि कैसिओपिया ए तारा पूरे ब्रह्मांड में सबसे गहन शोध किए गए सुपरनोवा अवशेषों में से एक है. इसको हबल टेलीस्कोप ने इस विशालकाय तारे में विस्फोट के बाद और इसके फैले हुए अवशेषों को अपनी तस्वीरों में उतारा है. बता दें कि जेम्स वेब टेलीस्कोप हबल टेलीस्कोप को फोटो लेने में मदद करता है.


न्यूट्रॉन तारे कैसे बनते है ?


न्यूट्रॉन तारे तब बनते जब तारे को भार कोर के फ्यूजन ईंधन खत्म होने के बाद बदलता है. इस बिंदु पर तारा  बाहरी पदार्थ फेंकन शुरू कर देता है और क्रोड़ अति सघन पिंड में संचुकिचत होने लगती है. सूर्य से 1.4 गुना तक भार होने पर छोटे तारे सफेद बौने में बदल जाते हैं. जिसके बाद मध्यम आकार के न्यूट्रॉन तारे बनते और 2.4 गुना ज्यादा भार के ब्लैक होल बन जाते हैं. इतना ही नहीं जब न्यूट्रॉन तारे टकारते हैं तो नया विलय हुआ पिड और ज्यादा संकुचित होता है. लेकिन इससे थोड़े समय पहले यह पिंड एक अति शक्तिशाली मैग्नेटिक फील्ड वाला हाइपर मासिव न्यूट्रॉन तारा बन जाता है.


ये भी पढ़ें: भारत के इन 4 लोगों के बारे में सबसे ज्यादा सर्च करते हैं पाकिस्तानी! ये रही लिस्ट