न पृथ्वी गोल है और न ही अंडाकार... असल में ऐसी है इसकी शेप! बहुत कम जानते हैं ये फैक्ट
पृथ्वी गोल है, लेकिन पूरी तरह से नहीं. क्योंकि, पृथ्वी का कुछ भाग कहीं से उठा हुआ है, तो कहीं पर धंसा हुआ है. आइए जानते हैं असल में पृथ्वी का आकर है कैसा.
Real Shape Of The Earth: अगर लोगों से यह सवाल किया जाए कि पृथ्वी किस आकार की है, तो ज्यादातर लोगों का जवाब होगा गोल या फिर अंडाकार. दरअसल, उनकी गलती भी नहीं, बचपन में ही किताबों में पढ़ाया जाता है कि धरती गोल है. उसके बाद पता चलता है कि धरती गोल नहीं, थोड़ी अंडाकार है. लेकिन, पृथ्वी का सही आकार न ही गोल है और न ही अंडाकार.
जान लें ये जरूरी बातें
वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती 4.5 बिलियन यानी 450 करोड़ वर्ष पुरानी है. पृथ्वी पर वर्तमान में 7 महाद्वीप हैं, लेकिन करीब 20 करोड़ साल पहले धरती पर सिर्फ एक ही महाद्वीप हुआ करता था. उस द्वीप को पैंजिया नाम से जाना जाता था. इस एकमात्र महाद्वीप के चारों ओर पैंथलासा नाम का समंदर था. हर साल 22 अप्रैल को दुनियाभर में 'अर्थ डे' यानी 'पृथ्वी दिवस' मनाया जाता है.
पांचवां सबसे बड़ा ग्रह
अभी तक स्पेस में पृथ्वी ही ऐसा ज्ञात ग्रह है, जिस पर जीवन है. आकार के मामले में पूरे सौरमंडल में पृथ्वी पांचवां सबसे बड़ा ग्रह है. आमतौर पर कहा जाता है कि पृथ्वी अपनी धूरी पर एक चक्कर 24 घंटे में पूरा करती है. इसी वजह से दिन और रात होते हैं. लेकिन, असल में इसे अपनी धूरी पर एक चक्कर पूरा करने में सिर्फ 23 घंटे 56 मिनट और 4 सेकंड का ही समय लगता है. पृथ्वी पर 7 महाद्वीप हैं और केवल एक प्राकृतिक चंद्रमा है.
कैसा है पृथ्वी का आकार
असल में पृथ्वी जीओड (Geoid) आकार की है, या फिर के सकते हैं कि अनियमित आकार का दीर्घवृत है, पृथ्वी गोल है, लेकिन पूरी तरह से नहीं. क्योंकि, पृथ्वी का कुछ भाग कहीं से उठा हुआ है, तो कहीं पर धंसा हुआ है. वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसा गुरुत्वाकर्षण के कारण हुआ. पृथ्वी का भूमध्य रेखा के चारों ओर का भाग उठा हुआ है.
महासागरों में पानी के बिना लगती है पिछली गेंद जैसी
अगर पृथ्वी के महासागरों में से सारा पानी गायब कर दिया जाए तब पृथ्वी किसी अनियमित रूप से पिचकी हुई गेंद जैसी लगती है. इसी आकार को जीओड कहते हैं. हालांकि, अगर महासागरों के पानी सहित इसका आकर देखें तो यह थोड़ी गोल लगती है. लेकिन, बिना पानी के पृथ्वी का आकार जीओड है. पृथ्वी की इक्वेटोरियल त्रिज्या करीब 3,963 Miles है, वहीं ध्रुवीय त्रिज्या 3,949 Miles के आसपास है. इनमें अंतर से पता चलता है कि पृथ्वी गोल नहीं है.
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