Vegan Diet: क्या होती है वीगन डाइट, ये शरीर के लिए फायदेमंद या नुकसानदायक
आज के दौर में अधिकांश लोग खान-पान पर विशेष ध्यान देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि वीगन डाइट क्या होता है और वीगन डाइट को फॉलो करने से शरीर को क्या फायदा और नुकसान मिलता है.
आज के वक्त अधिकांश लोग अपनी डाइट पर विशेष ध्यान देते हैं. कुछ लोगों ने तो मांसाहारी और शाकाहारी के अलावा वीगन डाइट को चुना है. अब सवाल ये है कि आखिर ये वीगन डाइट क्या होती है और ये शरीर के लिए फायदेमंद है या नुकसानदायक है. आज हम आपको वीगन डाइट के बारे में बताएंगे.
वीगन डाइट
बता दें कि वीगन का मतलब शुद्ध शाकाहारी डाइट होता है. विगन डाइड वाले लोग डेयरी प्रोडक्ट्स भी नहीं खाते हैं. वीगन डाइट को फॉलो करने वाले जानवरों से मिलने वाला कोई भी खाद्य पदार्थ जैसे मांस, मछली, दूध, दही, घी, पनीर, डेयरी प्रोडक्ट्स, शहद जैसी चीजें नहीं खाते हैं. ये सिर्फ पेड़-पौधों से मिलने वाले फल, सब्जियां, अनाज, मेवे वगैरह खाते हैं.
वेज और वीगन में अंतर
दरअसल वीगन डाइट सिर्फ और सिर्फ ऐसे खाद्य पदार्थों पर टिकी होती है, जो या तो सीधे पौधों से मिलता है या प्लांट बेस्ड फूड से बनाई जाती है. कई बार लोग वीगन और शाकाहारी को एक समझते हैं, लेकिन वीगन और वेज यानी शाकाहार एक नहीं है. वेजिटेरियन अथवा शाकाहारी लोग खानपान में पनीर, मक्खन, दूध, दही, शहद जैसी चीजें भी खाते हैं.
बता दें कि atmos.earth की एक रिपोर्ट के मुताबिक ‘वीगन’ शब्द का भले ही पहली बार 50 के दशक में इस्तेमाल हुआ था. लेकिन इसकी जड़ें प्राचीन भारतीय और पश्चिम एशियाई संस्कृतियों तक जाती हैं. भारत में तो हिंदू साधु-संत, बौद्ध धर्म के अनुयायी और जैन मतावलंबी कई सदी पहले से ऐसा खानपान खाते थे. इनके खानपान ने शेष एशिया के साथ-साथ यूरोप में भी शाकाहारी आहार को प्रभावित किया है. यूरोप में शाकाहारी खाने का विचार प्राचीन यूनान से आया था. वहीं गणित की मशहूर थ्योरी ‘पाइथागोरस थ्योरम’ देने वाले पाइथागोरस ने शाकाहार को खूब प्रचारित किया है.
वीगन लाइफस्टाइल
वीगन लोग सिर्फ खानपान में वीगन डाइट फॉलो नहीं करते है. कुछ लोग अपने लाइफ स्टाइल में भी वीगन को फॉलो करते हैं. इतना ही नहीं वीगन फॉलोअर्स चमड़ा या उससे बना उत्पाद, ऊन, मोती जैसी चीजें भी इस्तेमाल नहीं करते हैं. उनका तर्क है कि ये चीजें जानवरों को नुकसान पहुंचाकर हासिल की जाती हैं.
वीगन फॉलों करने वालों की संख्या बढ़ी
अमेरिका में हुई एक रिसर्च के मुताबिक पिछले 3 सालों में वीगन का आंकड़ा 600 प्रतिशत बढ़ा है. वहीं ब्रिटेन में 400% की बढ़ोतरी हुई है. वीगन एसोसिएशन के मुताबिक दुनिया भर में 95 करोड़ लोग वीगन डाइट फॉलो करते हैं. वहीं पूरी दुनियाभर में 1 नवंबर को ‘वर्ल्ड वीगन डे’ भी मनाया जाने लगा है.
वीगन डाइट के फायदे
वीगन डाइट को लेकर कहा जाता है कि इससे स्वास्थ्य अच्छा रहता है. हालांकि बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक मांसाहारी, शाकाहारी और विगन लोगों पर हुई एक रिसर्च से पता चलता है कि प्लांट बेस्ड फूड्स पर निर्भर रहने वाले लोग यानी वीगन को कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जैसे विटामिन डी, विटामिन बी12 और आयोडीन की कमी हो सकती है. लेकिन वीगन डाइट खाने वालों को कैंसर जैसी बीमारी का खतरा कम हो जाता है.
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