Cannabis: गांजा फूंकने के बाद क्यों हो जाता है दिमाग आउट ऑफ कंट्रोल? जानिए क्या छेड़छाड़ करता है ये हमारे दिमाग के साथ
गांजे के पौधे में लगभग 150 तरह के कैनेबिनॉइड्स (Cannabinoids) पाए जाते हैं, जिनमे से दो, THC और CBD दिमाग पर सबसे ज्यादा असर डालते हैं. आइए जानते हैं कि इनका हमारे दिमाग पर क्या असर होता है.
Cannabis Effects On Mind: भारत में लोग अलग-अलग तरह के नशे करते हैं, जिसमें एक नशा गांजे का भी शामिल है. भारत में सरकार ने गांजे (Cannabis) को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया हुआ है, इसके बावजूद चोरी-छिपे बड़े स्तर पर इसका धंधा और सेवन होता है. यूं तो साल 1985 तक गांजे पर किसी भी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं थी, लेकिन 1985 में राजीव गांधी की सरकार NDPS (Narcotic Drugs and Psychotropic Substances) एक्ट लाई और इसके तहत गांजे को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया.
गांजे को लेकर लोगों के अलग-अलग मत हैं. जहां अधिकतर लोग गांजे के नुकसान बताते हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इसके फायदे गिनाते हैं, लेकिन कोई भी चीज जो दिमाग का संतुलन खराब कर दे वो शरीर के लिए घातक ही मानी जाएगी. बीते कई सालों से देश में गांजे पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की भी मांग होती रही है.
क्या है ये गांजा
दुनिया के भारत समेत कई देशों ने गांजे पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, वहीं दूसरी ओर कई देशों में ये पूरी तरह से लीगल है. गांजा का अंग्रेजी नाम कैनेबिस (Cannabis) है. गांजा कैनेबिस के फूलों से बनाया जाता है. आमतौर पर गांजे का इस्तेमाल स्मोकिंग के लिए किया जाता है, लेकिन कई लोग इसे खाकर या घोल पीकर भी इससे नशा करते हैं. भारत में गांजे को NDPS के अंतर्गत लाकर इसे बैन करने की सबसे बड़ी वजह इसका मनोसक्रिय मादक (Psychoactive Drug) पदार्थ होना है.
गांजे का सेवन करने के बाद हमारे दिमाग में कई तरह की असामान्य गतिविधियां होने लगती हैं. कैनेबिस के पौधे में लगभग 150 तरह के कैनेबिनॉइड्स (Cannabinoids) पाए जाते हैं. जिनमे से दो केमिकल्स THC और CBD दिमाग पर सबसे ज्यादा असर डालते हैं.
शरीर पर ऐसे असर करता है गांजा
जब कोई गांजा स्मोक करता है तो गांजे में पाए जाने वाले दो केमिकल्स (THC और CBD) अलग-अलग काम करते हैं. THC नशे को बढ़ाने का काम करता है तो वहीं, CBD उसके असर को कम करता है. दरअसल, CBD लोगों की घबराहट को कम करने में काफी मदद करता है. लेकिन, जब गांजे में THC की मात्रा CBD की मात्रा से ज्यादा होती है तो यह दिमाग की कार्यप्रणाली को बाधित करने का काम करती है.
गांजा स्मोक करने पर THC खून के साथ हमारे दिमाग तक पहुंच जाता है और उसमें गड़बड़ करने लगता है. हमारा दिमाग अपना सारा काम न्यूरॉन्स की मदद से करता है, लेकिन गांजा पीने के बाद न्यूरॉन्स कंट्रोल से बाहर हो जाते हैं.
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