क्या था सिकंदर के घोड़े का नाम? जिसके लिए एक देश भी खत्म करने को तैयार हो गया था अलेक्जेंडर
आपने अक्सर राजा महाराजाओं के वीरता के साथ उनके घोड़ों की वीरता के किस्से भी सुने होंगे. क्या आप जानते हैं कि दुनिया जीतने वाले सिकंदर के घोड़े का नाम क्या था.
सिकंदर जब दुनिया जीतने निकला तो उसकी सेना के अलावा एक ऐसी चीज थी जो हमेशा उसके साथ रहती थी. जिसे सिकंंदर बहुत प्यार भी करता था. साथ ही सिकंदर को कई लड़ाइयों में इसने जीतने में भी मदद की थी और वो था सिकंदर का घोड़ा. सिकंदर महान अपने इस घोड़े से बहुत प्यार करता था जिसने आखिरी वक्त तक उसका साथ दिया. अपने घोड़े के नाम पर सिंकदर ने एक नगर भी बसाया था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिकंदर के इस घोड़े का नाम क्या था. यदि नहींं तो चलिए जान लेते हैं.
क्या था सिकंदर के घोड़े का नाम?
विश्व के इतिहास में जब भी सबसे वीर और राजाओं के सबसे खास घोड़ों की बात होती है तो सिकंदर के घोड़े का नाम उसमें जरूर लिया जाता है. बता दें दुनिया जीतने वाले सिकंदर के घोड़े का नाम ब्यूसेफेलस था. इसी के नाम पर सिकंदर ने झेलम नदी के किनारे ब्यूसेफेलस नाम का एक नगर भी बसाया था.
युद्ध में उत्कृष्ट था ब्यूसेफेलस
कहा जाता है सिकंदर अपने घोड़े से बहुत प्यार करता था. ब्यूसेफेलस युद्ध में भी काफी परांगत था. कहा जाता है कि एक बार जब युद्ध के दौरान सिकंदर के घोड़े ब्यूसेफेलस को बंदी बना लिया गया था तो सिकंदर ने उसे वापस न लौटाए जाने पर पूूरे देश को खत्म करने तक की धमकी दे दी थी.
जंगली घोड़ा था ब्यूसेफेलस
इतिहास के अनुसार, ब्यूसेफेलस एक जंगली घोड़ा हुआ करता था. जिसपर अच्छे से अच्छा योद्धा नहीं चढ़ पाता था. एक बार सिकंदर ने ब्यूसेफेलस की कमजोरी भांप ली और उसका मुंह सूरज की ओर कर दिया. दरअसल ब्यूसेफेलस अपनी ही परछाई से डरता था, जिसके चलते वो ऐसा व्यवहार करता था. बस फिर क्या था, उसी दिन से सिकंंदर और ब्यूसेफेलस एक-दूसरे के साथी बन गए और ये साथ ब्यूसेफेलस की मौत तक नहींं छूटा.
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