Black Hole: अंतरिक्ष में ब्लैक होल्स हमेशा से हैरानी का विषय रहे हैं. ब्लैक होल की सबसे डरावनी बात यह है कि इसमें जाने वाली चीज का पता नहीं चलता है कि वो कहां गई. वह लौटकर वापस आएगी भी या नहीं. ऐसे में सवाल यह है कि अगर पृथ्वी ब्लैक होल में चली जाती है तो क्या होगा? आइए आज इसी सवाल का जवाब जानने की कोशिश करते हैं.


डिस्कवर मैगजीन के मुताबिक, ब्लैक होल के तीन प्रमुख गुण होते  हैं. पहला उसका वजन या द्रव्यमान, दूसरा घुमाव या कोणीय गति और तीसरा है उसका इलेक्ट्रॉनिक चार्ज. वैज्ञानिकों ने अभी तक इन्हीं गुणों के सहारे ब्लैक होल्स को खोजा है. ब्लैक होल में जाने वाली चीज, इसके द्रव्यमान, कोणीय गति और इलेक्ट्रॉनिक चार्ज के कारण खत्म हो जाती है.


सब कुछ बन जायेगा नूडल्स


इसका मतलब यह है कि अगर पृथ्वी ब्लैक होल में गिरती है तो भयानक गुरुत्वाकर्षण और ढेर सारे इलेक्ट्रॉनिक चार्ज का सामना करेगी. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्लैक होल के बेहद नजदीक पहुंचने पर पृथ्वी सेब के आकार से मैगी या नूडल्स के आकार में बदल जाएगी.


महसूस होगा मजबूत गुरुत्वाकर्षण


अगर पृथ्वी पर इंसान ब्लैक होल वाली साइड होगा तो उसे ज्यादा गुरुत्वाकर्षण का अनुभव होगा. ये ब्लैक होल का गुरुत्वाकर्षण होगा. आपके पैर सिर की तरफ खिंचने लगेंगे और शरीर के अंगों की दिशा और आकार भी बदलने लगेगा. यह पूरा सीन ब्लैक होल के सेंटर में टकराने से पहले का है. 


सबकुछ समा जायेगा ब्लैक होल के केंद्र में


यह पूरा कार्यक्रम कितनी देर तक चलेगा, यह ब्लैक होल के द्रव्यमान पर निर्भर करेगा. अगर ब्लैक होल छोटा हुआ तो नुकसान होने में समय लगेगा. लेकिन, अगर पृथ्वी का सामना एक सुपरमैसिव यानी महाविशालकाय ब्लैक होल से होता है तो सेकेंड्स में सब खत्म हो जाएगा. बहुत जल्दी धरती सहित सब कुछ नूडल्स बन जायेगा और ब्लैक होल के केंद्र में जाकर समा जायेगा. इसके आगे क्या होगा, पृथ्वी कहां जाएगी... ये अभी कोई नहीं जानता. 


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