फेवीक्विक का इस्तेमाल अधिकांश लोग करते हैं. फेवीक्विक के बारे में तो हम सभी जानते हैं कि यह किसी भी चीज को चिपकाने के लिए काम आता है. फेवीक्विक एक ऐसा रासायनिक पदार्थ है, जो दो चीजों को बेहद मजबूती से चिपका देता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर कोई व्यक्ति फेवीक्विक को गलती से या जानबूझकर किसी की आंख में डालता है, तो उससे क्या होगा. आज हम आपको बताएंगे कि ये कितना खतरनाक रसायन है.
फेवीक्विक
फेवीक्विक का इस्तेमाल हम लोग अक्सर किसी टूटी या किसी दो चीजों को चिपकाने के लिए करते हैं. फेवीक्विक का रसायन इतना खतरनाक होता है कि ये बहुत आसानी से कुछ भी चिपका सकता है. आपने देखा होगा कि कई बार फेविक्विक हमारी उंगलियों पर लग जाता है और हमारी उंगलियां भी आपस में चिपक जाती है. लेकिन सवाल ये है कि यदि फेवीक्विक आंखों में चला जाए तो उससे क्या होगा.
आंखों के लिए खतरनाक
आंख शरीर का सबसे संवेदनशील और जरूरी अंग होता है. लेकिन अगर आंख में गलती से कभी कुछ चला जाता है, तो उससे शरीर की दिक्कत बढ़ जाती है और कुछ दिखना बंद हो जाता है. एक्सपर्ट के मुताबिक आंखर में फेवीक्विक जाने पर आंख लाल हो जाती है और कुछ अन्य समस्याएं आंख में आ सकती है. इसलिए ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
फेवीक्विक केस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली यूनिवर्सिटी की पूजा भार्गव ने बताया है कि 2012 में उनके साथ ऐसा कुछ हो चुका है. उनके मुताबिक वह अपने घर से बाहर हॉस्टल में थी, उनके पास एक पर्सनल कंप्यूटर था. पूजा भार्गव बताती है कि एक दिन कंप्यूटर खराब हो गया था और उसकी कैबिनेट टूट गई थी. पूजा ने उसे फेवीक्विक से जोड़ने का फैसला किया. जिसके बाद वो उसे जोड़ने के लिए पुराना फेवीक्विक लेकर आई, जो उनके पास मौजूद था. लेकिन जब वो उसका कैप खोलने की कोशिश की, तो उसका सारा पेस्ट उनकी एक आंख में चला गया और आंखे तुरंत बंद हो गई. इसके बाद वो घबरा गई और आँखों में तुरंत अंदर से पानी आ गया, जिसके वजह से फेवीक्विक मेरे आंख में चिपकने की जगह अंदर से पलक में चिपक गया था. उसके थोड़ी देर बाद उनकी आंख थोड़ी सी खुल गई और उन्हें दिखाई देने लगा था. वो तत्काल डॉक्टर के पास गई, और उस समय आंख लाल हो चुकी थी. डॉक्टर ने एक ड्रॉप आंख में डालने के लिए दिया और 1 दिन का बेड रेस्ट करने के लिए कहा था. उसके दूसरे दिन आंख पहले की तरह नॉर्मल थी. डॉक्टर ने बताया कि आंखें अपनी समस्याओं का समाधान खुद कर लेती है. पलके बहुत नाजुक होती है, लेकिन आंखों की सुरक्षा करती है. आंखों पर खतरा होने पर आंसू अपने आप निकल आते हैं, इन्हीं आंसुओं ने फेविक्विक को बेअसर कर दिया था.
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