आसमान में उड़ते हुए विमान का इंजन अगर अचानक बंद हो जाए तो ये बहुत ही डरावना मंजर हो सकता है. कई लोग इस सवाल से घबराते हैं कि ऐसी स्थिति में विमान कितनी दूर तक जा पाएगा? और क्या ऐसी स्थिति में प्लेन क्रेश होने की संभावना होती है? चलिए आपके इन सभी सवालों के जवाब जान लेते हैं.


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जब इंजन बंद हो जाता है तब क्या होता है?


जब विमान का इंजन बंद हो जाता है, तो विमान को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक थ्रस्ट (thrust) खत्म हो जाता है. इस स्थिति में विमान हवा में ग्लाइड करने लगता है. ग्लाइडिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें विमान हवा के प्रतिरोध के खिलाफ उड़ान भरता रहता है.


विमान कितनी दूर तक जा सकता है?


विमान कितनी दूर तक ग्लाइड कर सकता है, यह कई कारकों पर निर्भर करता है. जैसे विमान का प्रकार. बड़े विमान छोटे विमानों की तुलना में ज्यादा दूर तक ग्लाइड कर सकते हैं. वहीं यदि विमान ज्यादा ऊंचाई पर हो तो वो ज्यादा दूर तक जा सकता है. इसके अलावा हवा की दिशा भी विमान की ग्लाइडिंग दूरी को प्रभावित करती है. साथ ही भारी विमान हल्के विमानों की तुलना में कम दूर तक ग्लाइड कर सकते हैं और इंजन बंद होने का कारण भी ग्लाइडिंग दूरी को प्रभावित कर सकता है.


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पायलट का अनुभव भी निभाता है महत्वपूर्ण भूमिका


पायलट का अनुभव भी इस बात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि विमान को सुरक्षित रूप से लैंड कराया जा सकता या नहीं. साथ ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल भी इस स्थिति में पायलट की मदद करता है.


हालांकि आधुनिक विमानों में कई तरह के सुरक्षा उपाय होते हैं जो इस तरह की स्थिति से निपटने में मदद करते हैं. उदाहरण के लिए, अधिकांश विमानों में दो या दो से अधिक इंजन होते हैं. यदि एक इंजन खराब हो जाता है तो भी विमान दूसरी इंजन की मदद से उड़ान भर सकता है. वहीं पायलटों को भी इस स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही ट्रेन किया जाता है.                          


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