अगर दुनिया का सारा सोना पिघलाकर उसका तार बना दें तो क्या होगा? जवाब हैरान करने वाला
खदानों से निकलने वाले कुल सोने में से लगभग आधे (49 प्रतिशत) का इस्तेमाल ज्वैलरी बनाने में किया जाता है. अगर दुनिया का सारा सोना एक जगह इकट्ठा करें तो वह 21 मीटर के घनाकार क्रेट में समा जाएगा.
Gold: सोने को दुनियाभर में समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. हर कोई इसे पाना चाहता है. लोग अपना सोना सहेज कर रखते हैं. हर कोई सोने से संवरना चाहता है. सोने के खनन की प्रक्रिया काफी महंगी होती है, इसलिए यह इतना महंगा होता है. आज के समय में दुनियाभर में सोने पर निवेश को और बढ़ाने के लिए नई-नई चीजें हो रही हैं. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, धरती से अब तक करीब 2 लाख टन सोना निकाला जा चुका है और अब सिर्फ 50 हजार टन ही बाकी है. क्या आप जानते हैं अगर दुनिया का सारा सोना पिघलकर उसका तार बनाया जाए तो कितना लंबा तार बन सकता है? आइए जानते हैं सोने से जुड़ी कुछ रोचक बातें.
पूरी दुनिया से कितना सोना निकाला जा चुका है?
सोना ऐसी धातु है, जो व्यावहारिक रूप से नष्ट नहीं होती है. इसलिए खनन के बाद से लेकर आज भी यह गहने, सोने के सिक्के, सोने की ईंट और इलेक्ट्रॉनिक सामानों (गोल्ड एक कंडक्टर के रूप में उपयोगी है, जो खराब नहीं होता है) आदि के रूप में मौजूद है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर दुनिया का सारा सोना एक जगह इकट्ठा करें तो वह 21 मीटर के घनाकार क्रेट में समा जाएगा. रिपोर्ट्स के अनुसार माइनिंग के दौरान 5 कैरट का हीरा मिलना आसान है, जबकि 28 ग्राम सोना मिलना दुर्लभ है. सोने का ताकत और उसके रंग को बदलने के लिए उसमें कई अन्य धातुएं मिलाई जाती हैं.
अगर पूरी दुनिया का सोना पिघलाकर तार बनाएं तो...
खदानों से निकलने वाले कुल सोने में से लगभग आधे (49 प्रतिशत) का इस्तेमाल ज्वैलरी बनाने में किया जाता है. सोना 1,064 डिग्री सेल्सियस तापमान पर पिघलना शुरू होता है. अगर इसे 2,808 डिग्री तक गर्म किया जाए तो यह उबलना शुरू हो जाता है. जानकारी के अनुसार, अगर दुनिया में मौजूद सारा सोना पिघलाकर उसका 5 माइक्रॉन मोटा तार बनाया जाए तो उससे पूरी दुनिया को 1.1 करोड़ से ज्यादा बार लपेटा जा सकता है.