जब चुनाव में खड़ा हो गया था एक पक्षी, मिले थे एक लाख से ज्यादा वोट
हम जिस चुनाव की बात कर रहे हैं वो साल 1967 में ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में हुआ था. इस चुनाव में डेढ़ फीट का एक पेंगुइन खड़ा था.
देश में 19 अप्रैल से लोकसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू हो जाएंगे. ऐसे में हर नेता अपने लोकसभा क्षेत्र में जीत के लिए पूरा जोर लगा रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक बार एक पक्षी भी चुनाव में खड़ा हुआ था. सबसे बड़ी बात कि इस पक्षी को हजार दो हजार नहीं बल्कि एक लाख से ज्यादा वोट मिले थे.
कहां हुआ था ये चुनाव
हम जिस चुनाव की बात कर रहे हैं वो साल 1967 में ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में हुआ था. इस चुनाव में डेढ़ फीट का एक पेंगुइन खड़ा था. दरअसल, इस पेंगुइन को ब्राजील की राइनोसोरोस पार्टी ने प्रतिरोध के तौर पर चुनाव में उतारा था. सबसे बड़ी बात ये है कि इस पेंगुइन को एक लाख से ज्यादा वोट भी मिले थे.
पेंगुइन की कुछ खास बातें
पेंगुइन को सोते हुए देखना सबसे दुर्लभ बात है. हालांकि, ल्योन न्यूरोसाइंस रिसर्च सेंटर के शोधकर्ताओं ने इस पर अध्ययन किया और पाया कि अंटार्कटिक के बर्फीले वातावरण में रहने वाली चिनस्ट्रैप पेंगुइन दिन में लगभग 11 घंटे तक सोती है. 11 घंटे तक सोने के बाद भी ये अपने घोंसले का पूरा ध्यान रख लेती है. इसक अलावा पेंगुइन हमेशा झुंड में रहते हैं. आप कभी भी किसी पेंगुइन को अकेले में रहते हुए नहीं देखेंगे. कहा जाता है कि पक्षियों में ये एक ऐसे पक्षी हैं जो संगठित हो कर बस्तियां बसाते हैं और पूरी जिंदगी उसी बस्ती में रहते हैं.
अब विलुप्त हो रहे पेंगुइन
पेंगुइन की एक खास प्रजाति अब विलुप्त होने के कगार पर है. जर्नल कम्युनिकेशन्स अर्थ एंड एनवायरमेंट की एक रिपोर्ट दावा करती है कि एम्परर पेंगुइन इस सदी के अंत तक विलुप्त हो सकते हैं. वहीं एम्परर पेंगुइन्स के भविष्य को लेकर यूएस फिश एंड वाइल्डलाइफ भी चिंता कर रहा है. उसका कहना है कि शिकारियों से बचाने के लिए हम इनके लिए एक विशेष कानून ला सकते हैं, लेकिन जिस हिसाब से इन्हें क्लाइमेट चेंज से परेशानी हो रही है वो डराने वाला है.
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