होमो सेपियन्स यानी वो इंसान जिनमें चीजों को लेकर समझ आ गई थी. कहा जाता है कि इनकी शुरुआत अफ्रीका से हुई. कई रिसर्च ये दावा करते हैं कि मानवों की आबादी जो पूरी दुनिया में फैली उनके बड़े हिस्से का संबंध अफ्रीका से ही था. होमो सेपियन्स लाखों वर्षों तक अफ्रीका में रहे. लेकिन जब वहां जीवन कठिन होने लगा तो कुछ होमो सेपियन्स ने फैसला किया कि वो अफ्रीका से बाहर निकल कर नई मंजिल तलाशेंगे. हालांकि, अब सवाल उठता है कि जो लोग अफ्रीका से निकले वो सबसे पहले कहां गए? चलिए आज आपको इसी सवाल का जवाब देते हैं.


सबसे पहले यहां गए


जर्मन न्यूज वेबसाइट डीडब्लू पर छपी एक खबर के अनुसार, प्राचीन मानवों के डीएनए सैंपलों और आधुनिक जीन पूल के पेलियोईकोलॉजिकल साक्ष्यों को जब एक साथ मिलाकर देखा गया तो पता चला कि जो शिकारी होमो सेपियन्स पहली बार अफ्रीका से बाहर निकले वो ईरान, दक्षिणपूर्वी इराक और उत्तरपूर्वी सऊदी अरब में बसे. रिसर्च करने वालों ने इन जगहों को होमो सेपियन्स प्रवासियों का हब बताया. कहा जाता है कि यहां हजारों साल टिके रहने के बाद ये लोग फिर एशिया और यूरोप की ओर निकल पड़े.


कैसे दिखते थे यहां रहने वाले होमो सेपियन्स


इन होमो सेपियन्स को लेकर शोधकर्ता कहते हैं कि ये छोटे-छोटे झुंडों में रहते होंगे. नए इलाके में इनकी संख्या कम थी, इसलिए यहां भरपूर शिकार भी था. यहां रहने वाले होमो सेपियन्स ने जंगली गजेल, भेड़ और बकरियों का खूब शिकार किया. गर्मियों में ये शिकारी होमो सेपियन्स पहाड़ियों की ओर चले जाते थे. जबकि, सर्दियों के दौरान ये नीचे की ओर आ जाते थे. इन इलाकों में रहने वाले होमो सेपियन्स के बाल और त्वचा गहरे रंग के रहे होंगे.


यहीं से निकली कलाकारी


शोधकर्ताओं का ये भी अनुमान है कि ईरान, दक्षिणपूर्वी इराक और उत्तरपूर्वी सऊदी अरब से निकलने वाले होमो सेपियन्स ने यहां से निकलने के बाद ही गुफाओं में चित्रकारी की कला विकसित की. वैज्ञानिकों का मानना है कि यहां एक साथ रहते हुए इन मुट्ठी भर लोगों ने कुछ सांस्कृतिक उपलब्धियां हासिल कर ली होंगी.


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