मिट्टी के कुल्हड़ में चाय या कॉफी पीना तो भारत में बेहद आम था, लेकिन जब कोई पिज्जा कुल्हड़ में आया तो भारत में लोग इसके दीवाने हो गए. यूनान में जब 2100 साल पहले पिज्जा बनाया गया था तो उस वक्त भी कभी नहीं सोचा गया था कि पिज्जा कुल्हड़ में भी मिल सकता है. ऐसे में चलिए आज कुल्हड़ पिज्जा के इतिहास और ये भारत कैसे पहुंचा इसकी कहानी जानते हैं.


कैसे राजस्थान से पूरे देश में पहुंचा कुल्हड़ पिज्जा?


भारत में पिज्जा यूनान, इटली, अमेरिका जैसे देशों से होते हुए 1996 में पहुंचा था. भारत में पिज्जा हट ने अपने पहले आउटलेट की शुरुआत 18 जून 1996 को बेंगलुरु से की थी.


सबसे पहले कुल्हड़ पिज्जा राजस्थान के अजमेर में बनाया गया था. उस समय कुल्हड़ मैगी और कुल्हड़ पाव भाजी बनाई जा रही थी. उस समय अजमेर के गिरीश कुमार को कुल्हड़ में पिज्जा बनाने का आइडिया आया. जिसके बाद उन्होंने मुंबई में जाकर कुल्हड़ में चीजें बनाने की ट्रेनिंग ली और फिर यहीं से निकला कुल्हड़ में पिज्जा धीरे-धीरे पूरे भारत में फेमस हो गया. कुल्हड़ पिज्जा कपल की वजह से सोशल मीडिया पर इस पिज्जा को खासी पहचान मिल गई. सोशल मीडिया पर इस पिज्जा के काफी फोटो और वीडियोज वायरल हुए, जिसके बाद लोगों का इसके प्रति क्रेज भी बढ़ गया.


कैसे तैयार होता है कुल्हड़ पिज्जा?


कुल्हड़ पिज्जा बनाने के लिए सबसे पहले वेजीटेबल काटते है. उसमें सोसेज मिलाई जाती हैं. फिर उसमें चाट मसाला और दूसरे सीक्रेट मसाले डाले जाते हैं. इसमें ब्रेड क्रम्स भी डालते हैं. इसे दो लेयर में बराबर कर कुल्हड़ में जमाते हैं और फिर ग्राहक की डिमांड के अनुसार टॉपिंग की जाती है. अब कुल्हड़ को ओवन में डालते हैं ताकि अच्छे से चीज मेल्ट हो जाए. फिर इसे सिजलिंग बनाने के लिए कुल्हड़ को फ्लेम गन से फायर किया जाता है. जब ये तैयार हो जाता है तो देखने के साथ खाने में भी काफी स्वादिष्ट लगता है.


इसमें अलग-अलग तरह की वैरायटी भी आती है, जैसे ओनियन टोमैटो कैप्सीकम पिज्जा, पनीर कुल्हड़ पिज्जा, तंदुरी पनीर कुल्हड़ पिज्जा, कॉर्न और चीज कुल्हड़ पिज्जा. अब हमारे देश में कुल्हड़ पिज्जा पसंद करने वालों का एक अलग ही ग्रुप है जो खासतौर पर इसे खाने के लिए फेमस दुकानों पर जाते हैं. ये खाने में तो स्वादिष्ट होता ही है साथ ही जेब पर भी इसका अधिक भार नहीं पड़ता.


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