Akasa Air: एयरलाइन के एक अधिकारी ने बताया कि भारत की सबसे युवा एयरलाइन अकासा एयर (Akasa Air) गैर-मेट्रो शहरों के हवाई अड्डों में अपने बेड़े के लिए रात को पार्किंग के विकल्पों पर विचार कर रही है. यह एयरलाइन वर्तमान में पांच विमानों का संचालन कर रही है और अपने विमानों को मुंबई और बेंगलुरु हवाई अड्डों में पार्क करती है.
टियर -2, टियर -3 के शहरों में भी सर्विस देगी
अधिकारी ने कहा कि हम अपने विमान को आधार बनाने के विकल्पों का मूल्यांकन कर रहे हैं और टियर -2, टियर -3 शहरों को देखते हुए, हमने गुवाहाटी और अगरतला के लिए भी उड़ानों की घोषणा की है. इसके अलावा, हम अपने विमान पार्क करने के अवसर तलाशेंगे. हमारे लिए यह मायने नहीं रखता कि वह टियर-2, टियर-3 या टियर-4 शहर हैं या नहीं. अगर हम क्षमता देखते हैं, तो हम वही करेंगे जो एयरलाइन के आर्थिक दृष्टिकोण के लिए सही है."
विमानों की संख्या बढ़ाने पर काम कर रही है आकासा
फिलहाल अकासा एयर एक दिन में लगभग 36 उड़ानें संचालित करती है और एक और विमान के शामिल होने के बाद अक्टूबर के अंत तक संख्या 44 तक बढ़ने की उम्मीद है. आकासा हर 15 दिनों में एक विमान शामिल करेगी और मई 2023 तक इसका 20 विमानों का बेड़ा होने की उम्मीद है. एयरलाइन ने 72 बोइंग 737-800 मैक्स विमानों का आदेश दिया है, जो पांच वर्षों में उपलब्ध हो जाएंगे.
विमान पार्किंग है चुनौती
उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि अधिकतर एयरलाइंस रात भर अपने बेड़े को पार्क करने के लिए गैर-मेट्रो हवाई अड्डों की ओर देख रही हैं क्योंकि मेट्रो हवाई अड्डों पर स्लॉट महंगे हैं और सीमित हैं. विशेष रूप से दिल्ली और मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में पार्किंग स्लॉट बहुत महंगे हैं और लगभग सभी स्लॉट फुल हो चुके हैं. एक विशेषज्ञ ने कहा कि रात में पार्किंग के लिए जगह मिलना मुश्किल होता जा रहा है. हालांकि, एयरलाइंस मेट्रो शहरों में पार्क करना चाहती हैं क्योंकि इससे राजस्व सृजन के अवसर मिलते हैं क्योंकि मेट्रो शहरों से सुबह-सुबह की उड़ानों की मांग कहीं अधिक है.
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