दुनियाभर में काम करने से लेकर घूमने तक के लिए अंग्रेजी एक प्रमुख भाषा बन चुकी है. भारत में भी अब हिंदी, संस्कृत के अलावा सबसे ज्यादा महत्व अंग्रेजी को दिया जा रहा है. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि किन देशों में सबसे अधिक अंग्रेजी बोली जाती है और इस मामले में भारत का नंबर कहां पर आता है. आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे. 


 दिल्ली अंग्रेजी बोलने के मामले में सबसे ऊपर


आज के वक्त अंग्रेजी एक जरूरी और कामकाजी भाषा हो चुकी है. बता दें कि दुनियाभर में भारत अंग्रेजी बोलने के मामले में वैश्विक औसत से ऊपर है. वहीं भारत में दिल्ली इस मामले में सबसे आगे है. ये हम नहीं रिपोर्ट कह रही है. पियरसन की ग्लोबल इंग्लिश प्रोफिसिएंसी रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में अंग्रेजी बोलने की क्षमता सबसे बेहतरीन है, वहीं इसके बाद राजस्थान और पंजाब का नंबर आता है. इस रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली को अंग्रेजी बोलने के मामले में 63 अंक मिले हैं, जो कि देश में सबसे ज्यादा हैं. वहीं इसके बाद राजस्थान को 60 अंक मिले हैं, जबकि पंजाब को 58 अंक मिले हैं.


अंग्रेजी बोलने के मामले में ये देश सबसे ऊपर


बता दें कि ब्रिटेन में सबसे अधिक 98.3 फीसदी लोगों को अच्‍छी अंग्रेजी बोलनी आती है. वहीं अमेरिका में 95 फीसदी लोग अंग्रेजी में बात करना आता है. वर्ल्‍ड ऑफ स्‍टैट‍िक्‍स (World of Statistics) के डेटा के मुताबिक सबसे अधिक लोग जिब्राल्‍टर अंग्रेजी बोलते हैं. बता दें कि यहां 100 फीसदी लोग फर्राटेदार अंग्रेजी में बात करते हैं. हालांकि यहां की जनसंख्‍या सिर्फ 32,669 है.


भारत में कितने लोग बोलते हैं अंग्रेजी


भारत में 20 फीसदी लोग फर्राटेदार अंग्रेजी में बात करने में सक्षम हैं. लेकिन आबादी के हिसाब से देखा जाएगा तो भारत में अंग्रेजी बोलने वालों की संख्या दुनिया के टॉप 5 देशों में आता है. वहीं पियरसन की ग्लोबल इंग्लिश प्रोफिसिएंसी रिपोर्ट के मुताबिक भारत के अंदर राजधानी दिल्ली अंग्रेजी बोलने के मामले में सबसे आगे है. 


इस देश में सबसे कम लोग बोलते हैं अंग्रेजी


अब सवाल ये है कि किस देश में सबसे कम लोग अंग्रेजी बोलते हैं. बता दें कि सबसे कम अंग्रेजी का इस्तेमाल चीन में किया जाता है. यहां 0.9 फीसदी लोग ही सिर्फ अंग्रेजी बोलते हैं. चीन के लोग अपने भाषा का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं. बता दें कि चीन में चीनी, मंगोलियाई, तिब्बती, उइघुर और झुआंग बोली जाती हैं.


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