दुनियाभर में शराब के शौकीन बहुत लोग हैं. भारत समेत अलग-अलग जगहों पर शराब को लोग कई नामों से जानते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शराब के लिए अल्कोहल शब्द कहां से आया था और इसका क्या मतलब है. आज हम आपको बताएंगे कि अल्कोहल किस भाषा का शब्द है और ये कहां से आया है.
शराब
शराब के शौकीन लोग महंगी से महंगी शराब पीना पसंद करते हैं. बता दें कि शराब की कई वैरायटी होती हैं, इनमें वाइन, व्हिस्की, ब्रांडी वोडका, बियर, जिन और भी कई नाम शामिल हैं. इन सभी वैरायटी के शराबों के दाम भी अलग-अलग होते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शराब यानी अल्कोहल कैसे बनता है.
अल्कोहल को बनाने में गेंहू और जौ जैसे अनाज का उपयोग होता है. व्हिस्की में अल्कोहल की मात्रा ज्यादा होती है. व्हिस्की में करीब 30 से 65% तक अल्कोहल होता है. जानकारी के मुताबिक सभी अलग-अलग ब्रांड में अल्कोहल की मात्रा अलग-अलग होती है. इस ड्रिंक को बनाने के लिए गेंहू और बारली को फर्मेंट किया जाता है. फर्मेंट होने के बाद कुछ समय के लिए ओट कास्क में रखा जाता है.
इसके अलावा भारत समेत कई अन्य देशों में स्थानीय लोग अलग-अलग तरीके से शराब बनाते हैं. हालांकि कई बार जानकारी नहीं होने के कारण ये शराब खतरनाक साबित होती हैं. स्थानीय स्तर पर बनने वाली शराब के नाम भी हर जगहों पर अलग-अलग ही होते हैं.
अल्कोहल किस भाषा का शब्द
अब सवाल ये है कि आखिर अल्कोहल किस भाषा का शब्द है? सबसे पहले समझते है कि अल्कोहल होता क्या है. कई लोग अल्कोहल को शऱाब समझते हैं. लेकिन बीयर, व्हिस्की,रम, वाइन ये सब असल में शराब की वैरायटी है. इन शराब में इस्तेमाल होने वाले नशे की मात्रा अलग-अलग होती है, जिसके लिए अल्कोहल शब्द का इस्तेमाल किया जाता है.
बता दें कि अल्कोहल को लेकर कई तरह की कहानियां प्रचलित हैं. लेकिन "अल्कोहल" शब्द वास्तव में अरबी "अल-कुहुल" या "कोहल" से लिया गया है, जो आंख की पलकों को रंगने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक गहरा पाउडर है. इसके अलावा मेरियम वेबस्टर शब्दकोष में शराब की अरबी जड़ों का उल्लेख किया गया है. शराब जब पहली बार अंग्रेजी में आया था, तो इसका प्रयोग कोहल जैसे पाउडर का वर्णन करने के लिए किया गया था. अरबी के अल कोहल सुरमा का अगोचर पाउडर है. जिससे पूर्वी लोग अपनी पलकें सजाते थे.
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