जब सूरज एक जगह रहता है तो ऐसा क्यों कहा जाता है कि जापान में सबसे पहले सूरज उगता है?
Sunrise: सूरज को उगते और अस्त होते तो हम सभी ने देखा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उगते हुए सूरज सबसे पहले कहां दिखाई देता है? इन सवालों का जवाब बड़ा दिलचस्प है?
Sunrise Fact: उगते हुए सूरज का खूबसूरत नजारा देखना सबको अच्छा लगता है. ऐसा कहा भी जाता है कि अगर अच्छे दिन की शुरुआत चाहिए तो सुबह जल्दी उठकर सूर्योदय जरूर देखना चाहिए. इससे पूरा दिन ताजगी और स्वास्थ्य से भरा निकलता है. सुबह सूरज के निकलने की शुरुआत होने के साथ ही रात का सन्नाटा गायब होने लगता है और वातावरण में चहल पहल का माहौल बनने लगता है. सूरज पूर्व दिशा से निकलकर पश्चिम दिशा में छिपता है. लेकिन, वास्तव में सूरज तो अपनी ही जगह स्थिर रहता है और पृथ्वी उसके चक्कर लगाती है. सूरज के चक्कर लगाने के साथ ही पृथ्वी अपनी धुरी पर भी लट्टू की तरह घूमती रहती है. इसी वजह से दिन और रात होते हैं.
सूरज को उगते और अस्त होते तो हम सभी ने देखा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उगते हुए सूरज सबसे पहले कहां दिखाई देता है? धरती पर वो कौनसी जगह है जहां सूरज सबसे पहले दिखाई देता है? दरअसल, इन सवालों का जवाब बड़ा दिलचस्प है, जिसे जानना वाकई आपके लिए बड़ा रोमांचक और ज्ञानवर्धक होगा. आइए जानते हैं इन सवालों के जवाबों को...
क्या जापान में सबसे पहले होता है सूर्योदय?
पहले जापान को सबसे पहले सूर्योदय की धरती माना जाता था, लेकिन जब से सभी देशों ने GMT (Greenwich Mean Time) टाइम को मान्यता दी है, तब से यह सम्मान न्यूज़ीलैंड के पास चला गया है. न्यूज़ीलैंड का समय GMT+13 है तो वहीं दूसरी तरफ जापान का समय GMT+9 है. जिस वक्त न्यूज़ीलैंड में सुबह के 6 बज रहे होते हैं उस समय जापान में रात के 2 बजते हैं. इसके अलावा जब भी नए साल की बात आती है तो सबसे पहले न्यूज़ीलैंड में ही न्यू इयर का जश्न मनाया जाता है. इस नए टाइम जोन के अनुसार दुनिया में सबसे पहले सूरज न्यूज़ीलैंड में निकलता है.
क्यों कहते हैं जापान को उगते सूरज की भूमि?
अब सवाल उठता है कि जब जापान में सबसे पहले सूरज नही उगता है तो फिर इसे सूर्योदय का देश क्यों कहा जाता है? वहां सूर्य सबसे पहले उगता नहीं है. ऐसा इसलिए है क्योंकि जापानी में देश को निहोन (निप्पॉन) कहा जाता है. निहोन और जापान शब्द की उत्पत्ति एक ही शब्द से हुई है, जिनका शाब्दिक अर्थ "जहां सूरज उगता है" होता है. इतालवी व्यापारी और खोजकर्ता मार्को पोलो ने 13वीं शताब्दी में जापान को पश्चिमी दुनिया से परिचित कराया था. वास्तव में उन्होंने कभी जापान की यात्रा नहीं की बल्कि वो चीन के दक्षिणी भाग में गए थे. जहां लोगों ने उन्हें जापान के बारे में बताया था. दक्षिण चीन के लोगों के अनुसार जापान उस दिशा में था जहां मार्को पोलो ने यात्रा की थी और जहां सूरज उगता है. इसलिए लोग इसे जी-पंग या ज़ू-पंग कहते थे, अर्थात जहाँ सूर्य की उत्पत्ति होती है.
वहीं बात अगर भारत की बात करे तो भारत में सबसे पहले सूर्योदय अरुणाचल प्रदेश में होता है. अरुणाचल प्रदेश का नाम भी सूर्योदय का प्रतीक माना जाता है. इसके नाम अरुण का अर्थ सूर्य और चल का अर्थ उगना होता है. यहां की डोंग वैली नामक जगह पर सबसे पहले सूर्य की किरणें पड़ती हैं.
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