पाकिस्तान के पूर्व आर्मी चीफ जनरल अशफाक परवेज कियानी की एक बड़ी संपत्ति खरीदने की खबर ने हाल ही में काफी ध्यान आकर्षित किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जनरल कियानी ने एक पूरा आइलैंड खरीद लिया है, जो उनके वित्तीय संसाधनों और संपत्ति को देखते हुए काफी ज्यादा लगता है. जनरल कियानी पर पाकिस्तान में रक्षा भूमि घोटाले में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं. यही वजह है कि उनके इस आईलैंड को खरीदने की खबरें काफी चर्चाओं में हैं.


क्या है जनरल कियानी की संपत्ति के स्त्रोत?


जनरल कियानी एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के रूप में कार्यरत थे. ऐसे में उन्हें अच्छा खासा वेतन मिलता था, लेकिन एक आईलैंड खरीदने के लिए वो काफी नहीं था. ऐसे में सवाल ये उठ रहे हैं कि जनरल कियानी के पास इतना पैसा आया कहां से?


बता दें सैन्य अधिकारियों की पेंशन और वेतन एक बड़ा स्रोत हो सकता है, लेकिन ये इतनी बड़ी संपत्ति की खरीद के लिए पूरा नहीं हो सकता. कियानी व्यापार में भी सक्रिय हैं, लेकिन यहां से होने वाली कमाई भी उनके एक पूरे आईलैंड खरीदने के लिए काफी नहीं है.


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क्या है पाकिस्तान का रक्षा भूमि घोटाला?


साल 2016 में पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) जनरल अशफाक परवेज कयानी पर एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने एक रियल एस्टेट कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए रक्षा आवास योजना में एक बड़े भूमि घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया था. रक्षा आवास प्राधिकरण (डीएचए) के एक पूर्व अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) तारिक कमाल ने 22 फरवरी को भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी संस्था राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) से संपर्क कर यह जांच करने के लिए कहा कि क्या कयानी डीएचए वैली अनुबंधों से संबंधित अनियमितताओं या गबन में शामिल थे या क्या उनके नाम का इस्तेमाल रियल एस्टेट डेवलपर्स बहरिया टाउन को लाभ पहुंचाने के लिए फैसला निर्माताओं द्वारा किया गया था?


डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, डीएचए वैली घोटाला उन 50 बड़े भूमि घोटालों में से एक है, जिन्हें एनएबी ने सर्वोच्च न्यायालय के सामने पेश किया है और भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी संस्था पहले से ही भूमि की बिक्री, विकास और खरीद में कथित गबन की जांच कर रही है. एनएबी ने अनुमान लगाया है कि इस घोटाले में 1,310,000 कनाल जमीन शामिल हैं.


आंतकवाद को बढ़ाने में हाथ?


पाकिस्तान की फौज पर समय-समय पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगते आए हैं. ऐसे में जब पूर्व आर्मी चीफ जनरल अशफाक परवेज़ कियानी ने आईलैंड खरीदा तो उनपर भी इस तरह के कई आरोप लगे. कहा जाता है कि पाकिस्तान के आर्मी चीफ और पूर्व आर्मी चीफ पाकिस्तान में न रहकर विदेशों में रहते हैं. ये उन्हें मिलने वाले वेतन पर सवाल उठाता है.


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