दुनिया के किन देशों में है सबसे ज्यादा पॉल्यूशन, चौंका देगा इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा
सर्दियों के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली में पॉल्यूशन ने भी दस्तक दे दी है. इस बीच चलिए जानते हैं कि दुनिया में किन देशों में सबसे ज्यादा पॉल्यूशन है?
सर्दियां आने वाली हैं और देश की राजधानी दिल्ली में भी बढ़ते प्रदुषण को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. दरअसल आज के समय में प्रदूषण एक वैश्विक समस्या बन चुका है. औद्योगिकीकरण, शहरीकरण और बढ़ती जनसंख्या के कारण दुनिया के कई देश प्रदूषण की समस्या से जूझ रहे हैं. प्रदूषण न केवल पर्यावरण को बल्कि इंसान के स्वास्थ्य को भी गंभीर रूप से प्रभावित करता है. ऐसे में चलिए आज हम इस आर्टिकल में जानते हैं कि दुनिया के कौन से देश सबसे ज्यादा प्रदुषण से परेशान हैं.
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ये हैं दुनिया के सबसे प्रदूषित देश
दुनिया के सबसे प्रदूषित देशों की सूची में एशियाई देशों का बोलबाला है. भारत, चीन और पाकिस्तान जैसे देशों में वायु प्रदूषण का स्तर बेहद ऊंचा है. इसके अलावा अफ्रीका और मध्य पूर्व के कुछ देशों में भी प्रदूषण की समस्या गंभीर है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि दुनिया के सबसे प्रदूषित देश कौन से हैं.
भारत: भारत में वायु प्रदूषण की समस्या बहुत गंभीर है. खासकर दिल्ली जैसे महानगरों में वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. हमारे देश में वायु प्रदूषण के चलते हर साल कई लोगों की जान जाती है.
चीन: चीन में औद्योगिकीकरण के कारण वायु प्रदूषण की समस्या बहुत गंभीर है. यहां भी वायु प्रदुषण एक गंभीर विषय है.
पाकिस्तान: पाकिस्तान में वायु प्रदूषण के साथ-साथ जल प्रदूषण की समस्या भी बहुत गंभीर है.
बांग्लादेश: बांग्लादेश में भी वायु प्रदूषण का स्तर काफी उच्च है.
नेपाल: नेपाल में वायु प्रदूषण के साथ-साथ जल प्रदूषण की समस्या भी बहुत गंभीर है.
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हर साल जाती है इतने लोगों की जान
विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि हर साल लगभग 7 मिलियन लोग प्रदूषित हवा में मौजूद सूक्ष्म कणों के संपर्क में आने से मरते हैं, जो फेफड़ों और हृदय प्रणाली में गहराई तक प्रवेश कर जाते हैं, जिससे स्ट्रोक, हृदय रोग, फेफड़ों का कैंसर, क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी रोग और निमोनिया सहित श्वसन संक्रमण जैसी बीमारियां होती हैं.
क्या हैं प्रदूषण के कारण?
उद्योगों से निकलने वाले धुएं और कचरे से वायु और जल प्रदूषण होता है. इसके अलावा वाहनों से निकलने वाले धुएं में हानिकारक गैसें होती हैं जो वायु प्रदूषण का मुख्य कारण हैं. साथ ही कचरे को खुले में जलाने से वायु प्रदूषण होता है और कृषि में इस्तेमाल होने वाले कीटनाशकों और उर्वरकों से जल प्रदूषण होता है. इन दिनों भारत की राजधानी दिल्ली में बहने वाली यमुना नदी इसका एक उदाहरण है.
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