दुनियाभर में किसी भी देश की रक्षा के लिए उस देश के सैनिकों का बड़ा योगदान होता है, जो अपनी जान पर खेलकर देशवासियों को हर बाहरी आतंक से बचाते हैं. ऐसे में उनकी सैलरी भी ज़्यादा होनी चाहिए. हालांकि सैनिकों को ज़्यादा सैलरी देने के मामले में यूरोप और अमेरिका के ज़्यादातर देश पीछे हैं. जबकि इस मामले में छोटे देशों ने बाजी मार ली है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आख़िर किस देश के सैनिकों को सबसे ज़्यादा सैलरी दी जाती है.
दुनिया में इस देश में जवानों को मिलती है सबसे ज़्यादा सैलरी
World Of Statistics के अनुसाार, दुनिया में सैनिकों को सबसे ज्यादा सैलरी प्लेग्राउंड कहा जाने वाला देश स्विट्जरलैंड है. जहां लोगों की औसत मासिक सैलरी 6 हजार 298 डॉलर यानी लगभग 5 लाख 21 हजार 894 रुपये है. इसके बाद दूसरे नंबर पर लक्जमबर्ग का नाम आता है. जहां लोगों की औसत मासिक सैलरी 5 हजार 122 डॉलर है.
इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर एशियाई देश सिंगापुर का नाम आता है. जहां टैक्स के बाद लोगों को एवरेज मंथली सैलरी 4 हज़ार 990 डॉलर मिलती है.
यहां आता है भारत का नाम
इस लिस्ट में World Of Statistics के मुताबिक भारत 64वें नंबर पर आता है. जहां सैनिकों को एवरेज मंथली सैलरी 594 डॉलर यानी 49 हजार 227 रुपये है. इस लिस्ट में बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देश और भी पीछे हैं. जहां बांग्लादेश में सैनिकों को महीने में 251 डॉलर मिलते हैं तो वहीं पाकिस्तान में सैनिकों की सैलरी 159 डॉलर यानी 13,175 रुपये है.
यदि चीन और अफ़्रीका में सैना की सैलरी की भारत से तुलना की जाए तो वो लगभग दोगुनी है. चीन में सेना की एवरेज मंथली सैलरी 1,002। डॉलर और दक्षिण अफ़्रीका में 1,213 डॉलर है. वहीं ब्रिक्स में शामिल देशों को देखा जाए तो रूस में सैनिकों की सैलरी 507 डॉलर तो ब्राज़ील में 421 डॉलर है.
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